लाठी चार्ज : विधान सभा मे प्रमुखता से उठेगा मामला, सरकार का बर्बरतापूर्ण व्यवहार- भाजपा जांच दल
AJ डेस्क: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा जारी 12वीं की रिजल्ट के खिलाफ शुक्रवार को धनबाद में प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर लाठी चार्ज मामले में रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के निर्देशानुसार पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल धनबाद पहुंचा। यहां प्रतिनिधिमंडल ने स्टूडेंट्स से बात कर घटना की पूरी जानकारी ली। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री व रांची के विधायक सीपी सिंह, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, डॉ. प्रदीप वर्मा, विधायक अमर बाउरी शामिल थे।
इसके बाद धनबाद सर्किट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले पर बात करते हुए पूर्व नगर विकास मंत्री सह रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज की भाजपा घोर निंदा करती है और इस मामले को उनकी पार्टी झारखण्ड विधानसभा में प्रमुखता के साथ उठाएगी। उन्होंने कहा कि धनबाद में करीब एक हजार छात्र-छात्राओं को बारहवीं में फेल कर दिया गया है और राज्य भर में यह आंकड़ा 34 हजार के आसपास है। एक बड़ा सवाल है कि जब वही बच्चे दसवीं और ग्यारहवीं में पास होकर 12वीं में आए थे तो फिर किस आधार पर बगैर परीक्षा लिए उन्हें बारहवीं में फेल कर दिया गया? इस मामलें में मंगलवार को चार सदस्यीय कमिटी जैक के चेयरमैन से वार्ता करने जाएगी। जो सी समस्या का हल निकालने का प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कोविड़ -19 महामारी के वक्त केंद्र सरकार ने छात्र छात्राओं के हितों को ध्यान में रखकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं से बारहवीं के लिए फार्मूला बनाया। जिसमें रिजल्ट प्रकाशन के लिए तीन फार्मूला तय हुआ। जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने भी सहमति दी। उसी फार्मूले पर अलग-अलग राज्यों ने अपने बोर्ड का आधार तय किया। उसी फार्मूले को आधार बना कर झारखण्ड में भी जैक को रिजल्ट प्रकाशन करना था। उन्होंने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण विषय है कि यहां रिजल्ट का प्रकाशन उसी फार्मूले पर हुआ है अथवा नही।
लाठीचार्ज मामले में उन्होंने कहा की घायल छात्र-छात्राओं से बात हुई है। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया जा रहा था। समाहरणालय में मंत्री से मिलने के लिए उन्हें ले जाया गया था। समाहरणालय में पुलिस की अपनी तैयारी थी। समाहरणालय पहुँचते ही ताबड़तोड़ लाठियां बरसाई गई। एसडीएम स्वंय लाठी भांज रहे थे। रांची विधायक ने कहा कि समाहरणालय में स्वास्थ्य मंत्री बैठक कर रहे थे। मंत्री को संस्कार दिखाना चाहिए था। छात्र-छात्राओं से उन्हें बात करनी चाहिए थी पर ऐसा नही हुआ।
विधायक ने बताया कि अनुत्तीर्ण विद्यार्थियो में तीन विद्यार्थी पूरी तरह से तनाव में है। जिनमे सोनू कुमार, सूरज और श्रुति कुमारी शामिल हैं। जिन्होंने कहा है कि न्याय नही मिलने पर वो आत्महत्या कर लेंगे। हालांकि उन सभी को समझाया गया है कि किसी भी कीमत पर वो सभी ऐसा कदम बिल्कुल न उठाए।
उन्होंने कहा हेमंत सोरेन सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि झारखण्ड सरकार बर्बरतापूर्ण व्यवहार कर रही है। प्रतिरोध बर्दाश करने की क्षमता इस सरकार में बिलकुल नहीं है।