टाटा स्टील फाउंडेशन ने गांव में जाकर ‘आदिवासी दिवस’ मनाया, पौधरोपण भी किया
AJ डेस्क: आदिवासी समुदायों की जरूरतों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आज विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस वर्ष के थीम ‘किसी को पीछे नहीं छोड़ना है : स्वदेशी लोग और एक नए सामाजिक अनुबंध का आह्वान (लीविंग नो वन बिहाइंड : इंडीजीनस पिपुल्स एंड द कॉल फॉर अ न्यू सोशल कांट्रैक्ट) है।’
टाटा स्टील फाउंडेशन के जामाडोबा यूनिट ने परसियाबाद और भेलाटांड के दो गांवों और उसके आसपास रहने वाले आदिवासी समुदायों के साथ यह दिवस मनाया।
इस अवसर पर पौधरोपण अभियान का आयोजन किया गया। समुदाय के विशेषज्ञ एक साथ एक मंच पर आए और सामाजिक हित, मानवता व प्रकृति की बेहतरी के लिए सहयोग की अभिव्यक्ति के रूप में एक नए सामाजिक अनुबंध के निर्माण और पुनर्रचना की आवश्यकता पर चर्चा की। साथ ही, पर्यावरण के विषय पर बच्चों के लिए एक ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 80 बच्चों ने अपने रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। विजेता को पुरस्कार वितरित किए गए।
कार्यक्रम में कर्नल भवानी सिंह निर्वाण, हेड (एडमिनिस्ट्रेशन), झरिया डिवीजन, टाटा स्टील, संतोष महतो, क्षेत्रीय सचिव, आरसीएमएस, राजेश कुमार, सीएसआर यूनिट हेड, जामाडोबा समेत अरुण कालिंदी, आशा हेम्ब्रम, भीम हांसदा और दुर्गा चरण मरांडी आदि उपस्थित थे।