कन्नड़ के लोकप्रिय अभिनेता पुनीत राजकुमार का निधन, 46 बसंत ही देखा था
AJ डेस्क: लोकप्रिय कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 46 वर्ष के थे। उन्हें बेंगलुरु के विक्रम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीमार पड़ने के बाद वह इंटेंसिव केयर यूनिट में थे। उनके यूं दुनिया को अलविदा कहने पर आर माधवन, राम गोपाल वर्मा और सिद्धार्थ समेत तमाम सेलेब्स ने दुख जताया। साथ ही खास संदेश लिखकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि भी दी।
उनके निधन पर अभिनेता आर माधवन ने लिखा, चला गया- हमारा सबसे दयालु, अच्छा और पुण्य आत्माओं में से एक। मुझे नहीं पता कि मैं क्या महसूस कर रहा हूं। मैं बहुत दुखी हूं। भाई आपने हमें बहुत भ्रमित और दिल टूटा हुआ छोड़ दिया है। आकाश आज उज्जवल है। मुझे अभी भी उम्मीद है कि यह सच नहीं है।
GONE- one of our KINDEST, NICEST AND NOBLE soul. I don’ know what I am feeling . I am feeling so devastated. Brother you have left us very confused and heartbroken. The heavens are brighter today. I am still hoping this is not true . 🙏🙏🙏🙏🙏💔💔💔 pic.twitter.com/7wjXZzk0ND
— Ranganathan Madhavan (@ActorMadhavan) October 29, 2021
पुनीत के निधन पर अभिनेता सिद्धार्थ ने लिखा, “मैं इस खबर को बर्दाश्त नहीं कर सकता। विश्वास नहीं हो रहा है कि आप हमें छोड़कर जा चुके हैं पुनीत। दयालु, प्रतिभाशाली, निडर … दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ। यह उचित नहीं है भाई। दिल टूट गया।” पुनीत के निधन पर फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा ने लिखा, “पुनीत राजकुमार की अचानक हुई मौत चौंकाने वाली त्रासदी के अलावा, एक डरावना और भयानक आंख खोलने वाला सच भी है। यह घटना यह एहसास कराती है कि हममें से कोई भी कभी भी मर सकता है।”
बता दें कि पुनीत को शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया। बताया गया कि वह जिम में वर्कआउट कर रहे थे तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा। विक्रम अस्पताल के डॉ रंगनाथ नायक ने शुक्रवार सुबह कहा, “उनके इलाज की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उनकी हालत गंभीर है। अभी कुछ नहीं कह सकता। अस्पताल लाए जाने पर उनकी हालत खराब थी, आईसीयू में इलाज चल रहा था। उनके स्वास्थ का जायजा लेने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई भी अस्पताल पहुंचे थे।
कन्नड़ सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक पुनीत सुपरस्टार राजकुमार के बेटे थे। उन्होंने बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत 1985 की फिल्म बेट्टाडु हूवी से की थी। उन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था। बतौर अभिनेता उन्होंने 2002 में कन्नड़ फिल्म अप्पू के साथ इसमें कदम रखा था। उन्हें आखिरी बार युवरत्ना में देखा गया था, जो इस साल की शुरुआत में रिलीज़ हुई और एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।