मिश्रा, महतो और एकरामू मिलकर धनखेती में उपजा रहे कोयला, मामला तोपचांची का
AJ डेस्क: बन्द खदान से कोयले की चोरी, हाइवा से कटिंग, रेलवे रैक से कोयला टपकाने आदि आदि की खबर, चर्चा सभी ने सुनी होगी लेकिन जहां सिर्फ जंगल, पहाड़ और धनखेती हो, वहां भी मिश्रा, महतो और एकरामू की तिकड़ी अवैध कोयला का कारोबार धड़ल्ले से बढ़ा रहे हैं। यह नजारा देखना हो तो प्रकृति की गोद मे बसा तोपचांची चले जाइए।
काले हीरे के यह अवैध व्यापारी रेगिस्तान से भी मीठा पानी निकालने की कूवत रखते हैं। तभी तो प्रकृति के गोद मे बसे तोपचांची जैसे स्थान पर भी यह तिकड़ी काले हीरे का काला साम्राज्य स्थापित किए हुए हैं।
तोपचांची का एकरामू धनखेती वाले जगह पर पहाड़ के तलहटी में डिपो संचालित कर रहा है। नेपथ्य से मिश्रा और महतो का आशीर्वाद उसे प्राप्त है। सूत्र कहते हैं कि उत्तर प्रदेश का कोई मिश्रा है जो एकरामू का कोयला खरीदता है और जाली कागजात के सहारे चोरी का कोयला बिहार यू पी की मंडियों तक पहुंच जाता है। वहीं महतो सेटिंग गेटिंग और निवेश का मोर्चा संभाले हुए है।
