करोड़पति बने छपरा के जेल सुपरिटेंडेंट के तीन ठिकानों पर छापेमारी
AJ डेस्क: छपरा के जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह सरकारी नौकरी में रहते हुए करोड़पति बन गए हैं। आरोप है कि सरकारी पद का दुरुपयोग कर ये भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं। इस बात के ठोस सबूत निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम को मिले। जिसके बाद कल ही यानी गुरुवार को इनके खिलाफ पटना में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया।
अब शुक्रवार को निगरानी की टीम ने इनके तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर दी है। गुपचुप तरीके से प्लान वे में निगरानी की अलग-अलग टीम ने आज सुबह 10:30 बजे के बाद छपरा, पटना और गया में एक साथ इस कार्रवाई को शुरू किया।
इस वक्त डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर की अगुवाई में एक टीम छपरा में जेल सुपरिटेंडेंट रामाधार सिंह के सरकारी घर और ऑफिस को खंगाल रही है। जबकि, दूसरी टीम पटना में जक्कनपुर थाना के तहत पुरन्दुपुर इलाके के अपार्टमेंट में स्थित फ्लैट और तीसरी टीम गया जिले में स्थित पुश्तैनी घर को खंगाल रही है।
निगरानी मुख्यालय के अनुसार जेल सुपरिटेंडेंट के ऊपर सरकारी सैलरी के अलावा, मतलब आय से 1.21 करोड़ रुपए अधिक की काली कमाई करने का गंभीर आरोप लगा है। इनके बारे में काफी शिकायतें थीं। काले कारनामों के बारे में एक के बाद एक कई शिकायत मिलने पर निगरानी की टीम एक्टिव हो गई थी। जिसके बाद इंटरनल तरीके से जांच हुई। सुपरिटेंडेंट पर लगे आरोप की पड़ताल हुई और उस बारे में ठोस सबूत जुटाए गए। जिसके बाद 23 दिसंबर को FIR नंबर 55/2021 दर्ज किया गया। इस मामले में शाम के बाद कुछ बड़ा अपडेट होने की संभावना है।