पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई गई
AJ डेस्क: 25 दिसंबर 1861 को जन्मे भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के 160वें जयंती पर उनके योगदान को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार सुबह अखिल भारतीय ब्राह्मण विकास परिषद द्वारा धनबाद के लूबी सर्कुलर रोड स्थित उनके प्रतिमा के सामने एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान परिषद के सदस्यों द्वारा मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस माैके पर ब्राह्मण समाज धनबाद के अध्यक्ष सोमनाथ त्रिपाठी और धनबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
वक्ताओं ने देश की आजादी, भारत की शिक्षा और आधुनिक भारत के निर्माण में मालवीय जी के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि मालवीय जी का पूरा जीवन देश के प्रति समर्पित था। शिक्षा के क्षेत्र में महामना का सबसे बड़ा योगदान काशी हिंदू विश्वविद्यालय के रूप में दुनिया के सामने आया था। उन्होंने एक ऐसी यूनिवर्सिटी बनाने का प्रण लिया था, जिसमें प्राचीन भारतीय परंपराओं को कायम रखते हुए देश-दुनिया में हो रही तकनीकी प्रगति की भी शिक्षा दी जाए। अंतत: उन्होंने अपना यह प्रण पूरा भी किया। यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए उन्होंने दिन रात मेहनत की और 1916 में भारत को बीएचयू के रूप में देश को शिक्षा के क्षेत्र में एक अनमोल तोहफा दे दिया। कार्यक्रम में सत्यदेव पाठक, साधुशरण पाठक, रमेश चौबे, तारा पाठक, अजय पाठक, सुरेश मालवीय, पवन ओझा, सुरेश तिवारी आदि उपस्थित रहे।