“पुलिस की पाठशाला” में डी पी एस के छात्रों ने जाना कानून, करीब से देखा वर्दी वालों का व्यवहार

AJ डेस्क: जन जागरुकता अभियान व समाज के युवा वर्ग से जुड़ाव की धारणा के विचार को दृष्टिपथ रखते हुए धनबाद पुलिस की अनोखी मुहिम “पुलिस की पाठशाला” अभियान के तहत सरायढेला स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में धनबाद पुलिस के द्वारा जागरुकता शिविर का आयोजन शुक्रवार को किया गया। अभियान के तहत डीपीएस के छात्र-छात्राओं के साथ यातायात नियमों, साइबर सुरक्षा, महिला एवं बाल सुरक्षा, नशे से बचाव एवं घरेलु हिंसा से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।

 

 

“पुलिस की पाठशाला” कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार,भा०पु०से० मौजूद रहे। इसके अलावा सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी,भा०पु०से०, अमर कुमार पाण्डेय, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-01, सुमित सौरभ लकड़ा, पुलिस उपाधीक्षक (साइबर) एवं यातायात निरीक्षक राजेश्वर वर्मा भी बतौर अतिथि जागरुकता शिविर में मौजूद रहे।

 

 

अभियान के तहत पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों ने डीपीएस के छात्र छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें कानून के विभिन्न पहलुओं से जागरुक कराया। एसएसपी ने शिविर को संबोधित करते हुए समाज को सुरक्षित बनाने के लिए छात्रों से जागरुक रहने की अपील की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि धनबाद पुलिस जनता की सुरक्षा को लेकर हमेशा ही गंभीर रही है। यही वजह है कि पुलिस की हर मुहिम को समाज के हर वर्ग का निरंतर सहयोग मिल रहा है और ऐसे में अगर विद्यार्थी अपने अधिकार एवं कर्तव्यों को लेकर सजग रहेंगे तो काफी हद तक समाज से बुराईयों को खत्म किया जा सकता है। एसएसपी ने पुलिस और जनता के बीच की दूरियों को खत्म कर दोस्ताना व अन्योन्याश्रय संबंध बनाने पर ज्यादा जोर दिया।

 

 

 

 

 

 

एसएसपी ने वहां मौजूद छात्रों को सुरक्षा की गारंटी देते हुए कहा कि कभी भी किसी तरह की समस्या पर वे सीधे पुलिस से सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों से अभियान में सहभागी बनने और पुलिस की मदद करने की अपील भी की।

 

 

कार्यक्रम के दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने वहां मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन काल के निजी अनुभवों को साझा किया ताकि बच्चों को प्रेरणा मिल सके। बच्चों की सुरक्षा पर जोर देते हुए किसी भी आपातकालीन स्तिथि से कैसे निबटे इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने बच्चों से अपील करते हुए किसी भी खतरे के वक़्त मदद के लिए पुलिस की हेल्पलाइन नंबर डायल 100 इस्तेमाल करने की सलाह भी दी।

 

 

कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय अमर कुमार पांडे ने जागरुकता अभियान के तहत अपने संबोधन में महिला एवं बाल सुरक्षा पर ज्यादा जोर दिया। उन्होंने बच्चों को घरेलू हिंसा और बाल उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बताया। अमर पांडेय ने बाल विवाह और डायन प्रथा जैसी कुरीतियों पर चर्चा करते हुए जागरूकता के तहत इसे समाज से खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं लिहाजा उन्हें अनुशासन और कानून के प्रति सजग रहने की जरूरत है।

 

 

समाज में बढ़ते साइबर अपराध को ध्यान में रखते हुए पुलिस उपाधीक्षक सुमित सौरभ लकड़ा ने छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा कि किसी भी माध्यम इंटरनेट व मोबाइल द्वारा दिए गए लालच में न आएं और कोई भी अनजान वेबसाइट व अन्य लिंक पर क्लिक न करें। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी लोग अपने सोशल मीडिया और बैंक अकाउंट ऐप को सुरक्षित रखें और पासवर्ड समय समय पर बदलते रहें। डीएसपी साइबर ने अनजान शख्स से वर्चुअल दोस्ती न करने की अपील करते हुए इंटरनेट के अनावश्यक इस्तेमाल से बचने की सलाह भी छात्रों को दी।

 

 

यातायात से जुड़े नियमों और सुरक्षा पर चर्चा करते हुए हुए इंस्पेक्टर राजेश्वर वर्मा ने भी वहां मौजूद लोगों के साथ अहम जानकारी साझा की और यातायात से जुड़े सभी नियमों के पालन करने की अपील की।

 

 

कार्यक्रम के दौरान दिल्ली पब्लिक स्कूल के बच्चे काफी उत्साहित दिखे और कार्यशाला में दी गई जानकारियों का उचित लाभ लेने और दूसरों को भी जागरूक करने की बात बच्चों ने कही। सुरक्षा के साथ साथ पुलिस और जनता के बीच मधुर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से धनबाद पुलिस इन दिनों जिले के विभिन्न स्कूल कॉलेजों में “पुलिस की पाठशाला” नामक जागरूकता अभियान का संचालन कर रही है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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