त्रिकुट हादसा : रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल जवानों को “सैल्यूट”- मुख्यमंत्री {VIDEO}
AJ डेस्क: सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने त्रिकुट हादसा के बाद चले रेस्क्यू ऑपरेशन में अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान बचाने वाले जवानों का आभार जताते हुए उन्हें “सैल्यूट” किया है। वायुसेना के विशेष प्रशिक्षित “गरुड़” बटालियन के जवानों के प्रति मुख्यमंत्री ने खासकर हृदय से आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने आज रेस्क्यू ऑपरेशन की समाप्ति के बाद कहा कि इस हादसा में जान गवाने वाले और घायलों के प्रति उन्हें दुख है। यह दुखद घटना है। इन्हें सरकार की ओर से जल्द ही आर्थिक सहयोग दिया जाएगा और साथ ही घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें बख्सा नही जाएगा।
त्रिकूट पहाड़ हादसे का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। दुर्भाग्य से इस हादसे में हमने कुछ लोगों को खो दिया। अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की मदद करने वाले एयरफोर्स, आर्मी, एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवानों तथा प्रशासन को सलाम करता हूँ। शीघ्र ही मामले की उच्चस्तरीय जाँच करा (1/2) pic.twitter.com/FNMplpNIOy
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 12, 2022
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने अपने संदेश में वायुसेना के “गरुड़” दस्ता के जवानों की बहादुरी का चर्चा किया ही, उन्होंने एक वाक्या की चर्चा करते हुए जवानों के इंसानियत की भी तारीफ की। दरअसल सोमवार की रात में जब रेस्क्यू ऑपरेशन बंद हो रहा था, उस वक्त एक केबिन में दो बच्चे फंसे हुए थे। गरुड़ का एक कमांडो उस वक्त उसी केबिन में था। कमांडो के साथी उसे वापस हेलीकॉप्टर में बुला रहे थे लेकिन कमांडो बच्चों को पूरी रात अकेले छोड़ना नहीं चाहता था और इंसानियत का परिचय देते हुए कमांडो पूरी रात बच्चों के साथ केबिन में ही गुजार दिया।
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बता दें कि झारखंड के देवघर में त्रिकुट पर्वत पर रोप-वे हादसे के 45 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया। रोप-वे की ट्रॉलियों में फंसे 48 लोगों में से 46 को बचा लिया गया है। हादसे में कुल 4 लोगों की मौत हुई है और 12 से ज्यादा घायल हैं। रेस्क्यू के दौरान दूसरे दिन भी एक महिला ट्रॉली से गिर गई। उसकी मौत हो गई। सोमवार को भी एक युवक की हेलिकॉप्टर में चढ़ाने के दौरान गिरने से जान चली गई थी।
