ब्राह्मणों पर अत्याचार करने वालों में “विप्र सेना” का भय पैदा करना होगा- रितेश
AJ डेस्क: झारखण्ड में विप्र सेना संगठन को मजबूत करना है। ब्राह्मणों को गोलबंद करना है। किसी भी विप्र वर बंधु को जरूरत पड़े तो सेना का सदस्य सबसे पहले वहां उपस्थित हो जाए। गिने चुने लोगों के साथ सूबे में विप्र सेना का गठन हुआ था और आज थोड़े ही समय में संगठन का तेजी से विस्तार होता दिख रहा है। भगवान श्री परशुराम का जन्मोत्सव मनाते हुए विप्र सेना के प्रदेश अध्यक्ष रितेश शर्मा ने उक्त बातें कही।

प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण पर अत्याचार करने के पहले लोगों के दिलो दिमाग में “विप्र सेना” का खौफ होना चाहिए। इसके लिए ब्राह्मणों को एकजुट होना होगा। ब्राह्मण एक दूसरे को सहयोग करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे, तभी यह संभव है। रितेश शर्मा ने कहा कि सभी को संगठन के विस्तार पर ध्यान देना होगा। श्री शर्मा ने इस मौके पर विप्र सेना की सोच, उद्देश्य पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।

यूनियन क्लब में आयोजित जन्मोत्सव कार्यक्रम में “हेल्थ कार्ड” का लोकार्पण किया गया। हेल्थ कार्ड के लोकार्पण से विप्र सेना के सदस्यों को स्वास्थ क्षेत्र में लाभ मिलेगा ही लेकिन इससे विप्र सेना की सोच का भी पता चलता है। गिरिडीह के पूर्व सांसद और विप्र सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविंद्र पांडे ने बोकारो चास स्थित के एम मेमोरियल हॉस्पिटल में विप्र सेना के सदस्यों का रियायत दर पर इलाज करने की घोषणा की।वहीं आविष्कार जांच घर के देवेन तिवारी ने भी अपने जांच घर में विप्र सेना के सदस्यों (जिसके पास कार्ड होगा) को रियायत देने की घोषणा की। किसी ने एंबुलेंस सेवा देने की तो बलियापुर हीरक रोड के एक नर्सिंग होम संचालक ने भी रियायत देने की पेशकश रखा।

भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर विप्र सेना ने 21 पन शाला खोला। शाम में यूनियन क्लब में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों के द्वारा प्रस्तुत नृत्य नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर डॉक्टर प्रमोद पाठक, हरीश जोशी, राजीव शर्मा, डॉक्टर जी चटर्जी, हरि प्रकाश लाटा, आर के पटानिया, डॉक्टर एस के भगनिया आदि ने भी अपने विचार रखे।
