रांची उपद्रव की जांच NIA से कराई जाए- रघुवर दास
AJ डेस्क: रांची हिंसा के बाद झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार पर हमलावर है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हिंसा ग्रस्त इलाका मेन रोड स्थित संकट मोचन मंदिर पहुँच कर पूजा अर्चना की और पुजारियो से पूरी घटना क्रम की जनकारी ली। संकट मोचन मंदिर पर जिस तरीके से उपद्रवियों ने रोडबाजी किया था उस तमाम घटना क्रम को जाना और समझा।
रघुवर दास ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की किसी भी धर्म का उपासना स्थल हो इस तरह की घटना बहुत ही निंदनीय है। जब भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी की जुम्मे की नमाज के बाद सभी राज्य सरकार अलर्ट रहेंगे फिर भी वर्तमान सरकार लापरवाह बनी रही और और उपद्रवी तत्व पूरे झारखंड के आपसी सौहार्द को बिगाड़ने में सफल रहें।
रघुवर दास ने उपद्रवियों के पोस्टर को शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए जाने और लगाकर तत्काल हटाने के मामले पर भी निशाना साधते हुए कहा कि माननीय महामहिम राज्यपाल के कहने के बाद जब उपद्रवी तत्त्वों के पोस्टर लगाए गए थे, लेकिन फिर पोस्टर को हटा लिया गया। इससे यह साफ होता है कि कहीं ना कहीं सांप्रदायिक शक्तियां आज भी संप्रदायिक वोट पाने का बहुत बड़ा षड्यंत्र रच रहे है। राज्य में अमन चैन और शांति बनी रहे इसकी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की होती है। हमारे 5 साल के कार्यकाल में एक भी दंगा नही हुआ, लेकिन इस सरकार के महज ढाई साल के कार्यकाल में यह तीसरा दंगा देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि यहाँ भी ऐसी बाते सामने आई है कि पीएफआई के कुछ उपद्रवी तत्व जुम्मे की नमाज में शामिल होकर हमारे बच्चों को आगे कर उपद्रव करने की कोशिश करेंगे। यही हुआ हुआ भी। इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह जांच राज्य सरकार के बूते से बाहर है। इसकी जांच एनआईए के माध्यम से होनी चाहिए। जैसा कि जानकारी मिल रही है उसके अनुसार इसमें टेरर फंडिंग का भी मामला हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को आने के बाद जितनी भी राष्ट्र विरोधी शक्तियां हैं सभी एक्टिव हो गई है।