नृत्य, भजन, प्रवचन और हरे कृष्णा के जयकारों के बीच मन रहा वृंदावन श्री कृष्ण जन्मोत्सव
AJ डेस्क: इस्कॉन कुसुम बिहार के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय “वृंदावन श्री कृष्ण जन्म महोत्सव” के आज अंतिम दिन भक्तगण कृष्ण लीला के अनेक रूप से रु ब रू हुए।
कोयला नगर के सामुदायिक भवन का माहौल ही ऐसा बन गया कि वहां उपस्थित भक्तगण स्वयं को वृंदावन में होने की अनुभूति प्राप्त कर रहे थे। सुंदर गोविंद दास प्रभु ने भगवान के जन्म, द्वारिका में भगवान की लीला और जन्माष्टमी की महता पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत कीर्तन के साथ हुई, उपस्थित भक्तों ने झूम झूम कर कीर्तन का रसपान किया।
गुजरात से आई भजन मंडली की प्रस्तुति ने कार्यक्रम स्थल को वृंदावन धाम बना दिया। “भज मन राधे राधे गोबिंद” गीत ने तो सभी को झूमने नाचने पर विवश कर दिया। बच्चों के द्वारा श्री कृष्ण लीला पर आधारित नृत्य ने तो सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम ज्यों ज्यों आगे बढ़ते जा रहा था। भक्त उत्साह से लबरेज होते जा रहे थे। उछलते कूदते, झूमते नाचते भक्तों के द्वारा जय श्री हरे कृष्णा का जयकारा लगाया जा रहा था। पीस यूथ के द्वारा बेहतरीन नाटक की भी प्रस्तुति की गई तो डॉक्यूमेंट्री के द्वारा इस्कॉन ट्राइबल केयर की भी प्रस्तुति की गई। इस्कॉन कुसुम बिहार के द्वारा भगवान के जन्म से पहले 56 भोग और आरती का भी इंतजाम किया गया।