दो दो विभत्स घटना के बाद उबाल, विभिन्न संगठनों ने दुमका बंद कराया
AJ डेस्क: दुमका में पेट्रोल कांड के ठीक बाद आदिवासी युवती की पेड़ से लटके मिले शव के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। पुलिस ने आरोपी अरमान को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन तमाम आदिवासी संगठन समेत अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने भी दुमका के ज़रूवाडीह और श्री अमड़ा में अंजाम दिए गए वीभत्स कांड के विरोध में संताल बंद बुलाया है। इसका दुमका में असर देखने को मिल रहा है। दुमका शहर पूरी तरह से बंद है। आज के इस बंद का विभिन्न संगठनों ने समर्थन किया है। पूरे शहर में परंपरागत हरवे हथियार के साथ आदिवासी युवा जुलूस निकालकर बंद का आह्वान कर रहे हैं। बंद को लेकर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा और आजसू पार्टी ने समर्थन दिया है।

बाजार बंद और वाहनों का चक्का जाम करने निकले प्रदर्शनकारी राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि दुमका की बेटियों के साथ हैवानियत हो रही है जबकि राज्य सरकार के नुमाइंदे6 रांची से छत्तीसगढ़ का दौरा करने में लगी हुई है। लोगों की मांग है कि पीड़िता के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. जबकि दोषियों को फांसी की सजा मिले। इसके साथ ही परिजनों को सुरक्षा प्रदान की जाए।

बता दें कि दस दिन के भीतर ही दुमका में दो नाबालिग लड़कियों की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गई है। दुमका में अभी पेट्रोल से जली नाबालिग की मौत का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और आदिवासी लड़की से दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आ गया। 23 अगस्त को दुमका के टाउन थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के ऊपर शाहरुख नाम के लड़के ने पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी थी। इसके बाद दस दिनों के अंदर ही फिर एक लड़की के साथ दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी गई। इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन का बयान आया कि घटनाएं होती रहती है। पूरे मामले को लेकर सियासत गर्म है। विपक्ष के निशाने पर सीएम हेमंत सोरेन हैं, विपक्ष झारखंड में कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इधर इन घटनाओं को लेकर लोगों में भी आक्रोश है, वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
