त्वरित टिप्पणी : “शाबास धनबाद पुलिस”, लुटेरे को ठोक अपराधियों का मनोबल तोड़ा
अरुण कुमार तिवारी…
AJ डेस्क: सुबह सुबह। धनबाद का घनी आबादी वाला क्षेत्र बैंक मोड़। थाना से महज डेढ़ से दो सौ मीटर की दूरी। गोलियों की तड़तड़ाहट। सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ अपराधियों का मनोबल। वाह धनबाद पुलिस, शहर में खासकर व्यवसायियों के बीच दहशत बना रहे लुटेरे को ठोक डाला। शाबास पुलिस।
पुलिस और लुटेरों के बीच हुई मुठभेड़ के अब कई अर्थ निकाले जा सकते हैं लेकिन अमन चैन का माहौल पसंद करने वाले पुलिस के इस कार्रवाई से शायद सहमत भी होंगे। अभी हाल ही में तो धनसार थाना से डेढ़ दो सौ मीटर की दूरी पर हथियारबंद लुटेरों ने एक ज्वेलरी शॉप में गोली चलाते हुए लूटपाट किया था आज फिर बैंक मोड़ थाना से उतनी ही दूरी पर हथियार बंद लुटेरों ने गोल्ड लोन देने वाले कंपनी को अपना निशाना बनाने का प्रयास किया।

धनसार और बैंक मोड़ की दोनो घटनाओं के नेचर पर ध्यान दिया जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि कोई एक ही गैंग धनबाद को अशांत करने का प्रयास कर रहा है। थाना के समीप मुख्य मार्ग पर ही दिन दहाड़े लूटपाट करने की योजना, गोली चला दहशत फैलाने का स्टाइल, सोना चांदी को ही टार्गेट करना, यह सब मिलता जुलता नेचर है। आज बैंक मोड़ पुलिस ने अब तक दो लुटेरों को दबोच भी लिया है। उम्मीद की जा रही है कि अब धनसार लूट कांड का भी खुलासा हो जाएगा।

धनसार लूट कांड के बाद धनबाद पुलिस की फजीहत हो रही थी। आज पुलिस ने एक लुटेरे को ठोक कर जिला में सक्रिय लुटेरे गिरोह को अवश्य दहशत में डाल दिया होगा। पकड़े गए लुटेरों से पुलिस लोकल लिंक और अन्य सुराग अब निकलवा ही लेगी। शाबास धनबाद पुलिस, लुटेरे को ठोक कर व्यवसायियों को राहत देने के लिए, आम आवाम को लूटपाट से बचाने के लिए।
