बक्सर :11लाख 30 हजार दीपों से जगमगाई श्री राम की कर्मभूमि, बना विश्व रिकॉर्ड

AJ डेस्क: श्रीराम कर्मभूमि न्यास द्वारा अहिल्या माता धाम, अहिरौली में आयोजित 9 दिवसीय ऐतिहासिक सनातन संस्कृति समागम का 7 नवम्बर को हर्षोल्लास के साथ भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के प्रथम दिवस देव-दीपावली के अवसर पर 11 लाख 30 हजार रंग-बिरंगे दीपों से ताड़का-वध और चरणधूलि से माता अहिल्या का कल्याण करते हुए भगवान श्रीराम की ज्योति छवि बनाकर बक्सर ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया।

 

 

वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन मेम्बर की ऑफिशियल अफसर मिस शरीफा ने इसकी घोषणा की। इस दौरान श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संथापक व सांसद सह-केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जी, पदम् विभूषण परम पूज्य श्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज, परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज, ऋषिकेश परमार्थ निकेतन उत्तराखंड परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, वृंदावन उत्तरप्रदेश से परम् पूज्य स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, प्रयागराज उत्तरप्रदेश से महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी यतीन्द्रनाथ गिरी जी उपस्थित रही।

 

 

 

 

 

 

मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि के बाद श्रीराम कर्मभूमि को विकसित करने संसद में उनके द्वारा लाये गए प्रस्ताव को प्रधानमंत्री द्वारा स्वीकार किया गया। जिसके फलस्वरूप आज श्रीराम की कर्मभूमि, माता अहिल्या की कल्याण भूमि, वामन भगवान की जन्मस्थली और महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि की पहचान से आज संम्पूर्ण विश्व अवगत हो रहा है और बक्सर का विश्व कीर्तिमान बनने जा रहा है।

 

कार्यक्रम के प्रथम दिवस राम आरती के साथ पद्म विभूषण पूज्य रामभद्राचार्य जी महाराज के श्रीमुख से राम-कथा आरंभ हुआ। स्थानीय कलाकारों ने भक्ति संगीत प्रस्तुत करते हुए श्रीराम के जयकारे लगाये और विभिन्न राज्यों से आये कलाकरों ने सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किये।

 

 

श्रीराम कर्मभूमि में आयोजित कर्यक्रम स्थल पर भागलपुर से आये निखिलम आर्ट कुटीर के कलाकार अनिल कुमार के साथ 13 कलाकारों व अन्य स्थानीय कलाकारों ने साथ मिलकर श्रीराम की भव्य ज्योति छवि का निर्माण किया है। ज्योति छवि का निर्माण 29 अक्टूबर से प्रारम्भ हुआ था जिसे 6 नवम्बर को 9 दिनों के अंदर तैयार किया गया। ज्योति छवि के निर्माण में कुल 11 लाख 30 हजार मिट्टी के दियों का उपयोग हुआ है।

 

 

दियों को रंगीन स्वरूप देने के लिए 17 तरह के रंगों का प्रयोग हुआ है, जिसमे कुल 80 लीटर पेंट का उपयोग हुआ साथ ही 4 क्विंटल तेल से आकृति की चारों बिछाए गए दियों को रौशन कर श्रीराम का ज्योति स्वरूप प्रकट किया गया है।

 

 

ज्ञात हो कि माता अहिल्या धाम, अहिरौली में श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संस्थापक व स्थानीय सांसद सह- केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जी के संयोजन एवं पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज के सानिध्य में सोमवार 7 नवम्बर से 9 दिवसीय सनातन संस्कृति समागम एवं अन्तर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन का शुभारंभ हो चुका है। जिसमें 9 दिनों तक कथा-यज्ञ और सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। इस दौरान कार्यक्रम में देश की प्रतिष्ठित साधु-संत एवं राजनैतिक हस्तियां शिरकत कर रहे है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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