धनबाद पटना ट्रेन में मिला था शव : क्राइम पेट्रोल देख हुआ खुलासा, तीन गिरफ्तार

AJ डेस्क: धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में बक्से के अंदर से मिली लाश के मामले का बड़ा खुलासा हुआ है। युवक की हत्या दोस्त की पत्नी से अवैध संबंध की वजह से की गई थी। दोस्त ने हत्या करके शव को बक्से में रखकर ट्रेन में चढ़ा दिया था। रेल पुलिस ने इस मामले में महिला निशा कुमारी, उसके पति विक्की कुमार और ट्रेन में शव रखवाने वाले दोस्त बिट्‌टू को गिरफ्तार किया है। रेल SP अमृतेन्दु शेखर ठाकुर ने बताया कि बक्से में मिली लाश जगत कुमार महतो की थी। वो शेखपुरा जिले का रहने वाला था। जगत और विक्की बचपन के दोस्त थे।

 

 

पटना जंक्शन पर ट्रेन से बंद बक्से में युवक की लाश 13 फरवरी की शाम में मिली थी, जो धनबाद से पटना आई इंटरसिटी एक्सप्रेस में इंजन के बाद से जनरल डिब्बे की तीसरी कोच में रखी हुई थी। इस मामले में पटना रेल थाना में FIR नंबर 86/23 को पुलिस ने अपने बयान पर दर्ज किया था। ये केस रेल पुलिस के लिए पूरी तरह से ब्लाइंड था। सबसे बड़ी चुनौती उस युवक के पहचान की थी, जिसकी लाश मिली। पहचान के लिए रेल पुलिस की तरफ से आसनसोल और धनबाद तक के RPF कमांडेंट से कांटैक्ट किया गया। साथ ही वायरलेस के जरिए पटना से लेकर धनबाद के रास्ते पड़ने वाले हर स्टेशन के रेल थाना को मैसेज किया गया। कुछ जगहों पर विज्ञापन भी छपवाए गए। दूसरी तरफ जगत के परिवार वाले भी परेशान थे, क्योंकि 12 फरवरी को जगत कोलकाता से अपने के लिए चला था। लेकिन 13 फरवरी को वो वहां पहुंचा नहीं। इसके बाद परिवार ने लोकल थाना में एक कंप्लेन भी दर्ज कराई थी। इस दौरान परिवार को पटना में बंद बक्से में लाश मिलने की जानकारी हुई। परिवार ने रेल पुलिस से कांटैक्ट किया। तब जाकर जगत कुमार महतो की पहचान हुई। वो शेखपुरा जिले के कमालपुर का रहने वाला था। कोलकाता में रह कर मजदूरी करता था।

 

 

विक्की भी कोलकाता में रहकर मजदूरी करता था। विक्की और जगत दोनों बचपन के दोस्त थे। क्लास 7 से दोनों कोलकाता में पढ़ाई कर चुके हैं। पिछले साल मई महीने में निशा के साथ विक्की की दूसरी शादी हुई थी। शादी के बाद पत्नी को किराए के मकान में लखीसराय के केवैया में रखे हुए था। रेल पुलिस की जांच में पता चला कि कुछ महीने पहले जगत ने अपने दोस्त विक्की से बात करने के लिए उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया था। मगर, उस वक्त बात निशा से हो गई। यहीं से दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ, जो अवैध संबंध में बदल गया। 4 फरवरी को जगत विक्की के गैर मौजूदगी में लखीसराय स्थित उसके घर आया था। इसकी जानकारी पड़ोसी से विक्की को हो गई। फिर वो अपने घर आया। उसने पत्नी से पूछा। तब असलियत सामने आई। इस पर पत्नी के सामने उसने दो विकल्प दिया। एक ये कि तुम जगत के साथ रहो या उसे मारने में मेरा साथ दो। रेल पुलिस के मुताबिक क्राइम शो ‘क्राइम पेट्रोल और सीआईडी’ की स्टोरी को देख कर विक्की कुमार को हत्या और लाश ठिकाने लगाने का आइडिया आया था।

 

 

पति के दिए दो में से एक विकल्प को निशा ने चुन लिया था। उसने अपने पति का साथ दिया। कोलकाता से 12 फरवरी को घर के लिए निकले जगत को निशा ने कॉल किया। उसे अपने घर बुलाया। पति घर पर है, इस बात की भनक उसे नहीं लगने दी। 13 फरवरी को जब जगत निशा के पास पहुंचा तो उस वक्त उसका पति विक्की घर के बाहर नहीं बल्कि छत पर था। बातों में बहला फुसलाकर निशा जगत को बेड पर सुला रही थी। तभी विक्की आया और गला में रस्सी बांध कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। लाश को ठिकाना लगाने के लिए एक बैग खरीदकर लाया, लेकिन लाश उसमें अंटी ही नहीं। इसके बाद विक्की ने अपनी मां के पुराने बक्से के ताले को तोड़ा। इसमें रखे पुराने सामान को हटाया और लाश को उसमें रखा। बक्सा भारी हो चुका था। इस कारण उसे ले जाने के लिए अपने दोस्त बिट्‌टू की उसने मदद ली।

 

 

विक्की कितना शातिर है, इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने से पहले लखीसराय स्टेशन की रेकी की थी। वहां लगे हर एक CCTV की पड़ताल की। तब इन्हें पता चला कि अधिकतर CCTV काम नहीं कर रहे हैं। इसके बाद ही बक्से में लाश रखने के बाद उसे अपने सिर पर लेकर विक्की लखीसराय स्टेशन पहुंचा था। जो इसके घर से एक किलोमीटर की दूरी पर है। इनकी प्लानिंग पहले विक्रमशिला एक्सप्रेस में बक्से में बंद लाश को रखने की थी। ताकि दिल्ली जाकर वो उतरे। लाश की पहचान नहीं हो सके। लेकिन उस टाइम पर विक्रमशीला की जगह स्टेशन पर धनबाद से पटना आ रही इंटरसिटी पहुंच गई। तब बक्से को उसमें रख दिया और ये फरार हो गए। जब जगत के परिवार ने रेल पुलिस से कांटैक्ट किया था तब उसका मोबाइल नंबर रेल पुलिस को मिला। फिर कॉल डिटेल और टावर लोकेशन निकाला गया। इसके बाद लखीसराय स्टेशन के CCTV को खंगालने पर ज्यादा कुछ मिला नहीं। मगर, जब स्टेशन के बाहर एक दवा दुकान में लगे CCTV के फुटेज को रेल पुलिस ने खंगाला तो उसमें सबूत मिल गए।

 

 

सिर पर बक्सा लेकर स्टेशन की तरफ जाते हुए विक्की और उसका दोस्त दिख गया। इसके बाद रेल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस ब्लाइंड केस के खुलासे के लिए रेल एसपी ने डीएसपी मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल, दानापुर डीएसपी प्रशांत कुमार और पटना जंक्शन रेल थानेदार रंजीत कुमार सिंह की एक स्पेशल टीम बनाई थी। इस टीम ने जगत के सामान के साथ ही हत्या में इस्तेमाल किए गए रस्सी और दूसरे सामानों को बरामद कर लिया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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