नाबालिग का अपहरण कर हत्या किए जाने पर हुआ बवाल, पथराव और सड़क जाम भी
AJ डेस्क: कोलकाता के तिलजला इलाके में नाबालिग लड़की की मौत को लेकर कोलकाता के बालीगंज इलाके में बवाल मचा हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी में तोड़फो़ड़ की है और आगजनी भी की है। बालीगंज स्टेशन पर रेल जाम कर दिया गया है। रेल नाकाबंदी के कारण सियालदह साउथ ब्रांच की ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि रविवार की रात तिलजला थाना क्षेत्र में तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन स्थानीय लोगों को तुरंत रिहा किया जाए। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार तीन लोगों में एक महिला भी है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि तीनों स्थानीय लोगों को तत्काल रिहा किया जाए। पीड़ित लोगों ने धमकी भी दी है कि जब तक तीनों स्थानीय लोगों को रिहा नहीं किया जाता तब तक जाम जारी रहेगा। साथ ही स्थानीय लोगों ने आरोपी आलोक कुमार को उनके हवाले करने की मांग भी की।
Kolkata is burning, again. Locals are protesting death of a 7 year old girl in Tiljala area of the city. Bengal Govt is trying to hush up the matter… How long will WB remain a mute spectator to death of young girls? Will Mamata Banerjee, as Home Minister, take responsibility? pic.twitter.com/JLcWfB724J
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 27, 2023
बालीगंज रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा-
इससे पहले सोमवार की सुबह तिलजला के स्थानीय निवासियों ने सड़क जाम कर विरोध जताया। मृतक बच्चे के परिजनों के अलावा कई स्थानीय लोग हैं। प्रदर्शनकारियों ने पिकनिक गार्डन-हावड़ा मार्ग पर एक बस को रोक दिया। वे अपने सीने पर पोस्टर लिए और नारे लगाते हुए भी नजर आ रहे हैं। कई लोग सड़कों पर बैठकर विरोध में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि जब तक बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि बंगाल सरकार कब तक बच्ची की मौत पर चुप रहेगी। क्या ममता बनर्जी जिम्मेदारी लेंगी।
गिरफ्तार लोगों को प्रदर्शनकारियों ने रिहा करने की मांग की-
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। रविवार रात भी स्थानीय लोगों ने तिलजला थाने पर विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि रविवार सुबह से बच्ची के लापता होने की शिकायत थाने में करने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्थानीय निवासियों का यह भी दावा है कि अगर पुलिस कार्रवाई करती तो बच्चे को बचाया जा सकता था। रविवार रात आक्रोशित भीड़ ने तिलजला थाने को निशाना बनाया। स्थिति तब और गरमा गई जब पुलिस ने इलाके को खाली कराने के लिए लाठियां बरसाईं। उस समय तीन स्थानीय लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर करीब 12 बजे शिकायत मिलने के बाद बच्चे की तलाश शुरू हुई। उन्होंने बच्चे के लिए मुख्य आरोपी के आवास के फ्लैटों की तलाशी ली। आलोक के फ्लैट पर बाहर से ताला लगा हुआ था। शाम को वहां से बच्चे का शव बरामद किया गया।
संतान पाने के लिए तांत्रिक की सलाह पर बच्ची की हुई हत्या-
तिलजला बाल यौन शोषण और हत्याकांड के मुख्य आरोपी आलोक कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। आरोप है कि निःसंतान आलोक ने संतान प्राप्ति की आस में तांत्रिक की बात सुनकर सात वर्षीय बच्चे की हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने खुद पुलिस पूछताछ के दौरान यह बात कही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक तांत्रिक को पकड़ने के लिए कलकत्ता पुलिस की एक टीम बिहार भेजी जा सकती है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस का मानना है कि मृत सात वर्षीय बच्चे के सिर पर पेचकस जैसी किसी चीज से वार कर हत्या की गई है, उसके हाथ-पैर बांधकर बोरे में बंद कर छोड़े गए थे।