जाम से मुक्ति : कुमारधुबी में ROB का उद्घाटन किया मंत्री चंपई सोरेन ने
AJ डेस्क: शनिवार को परिवहन विभाग तथा अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चंपई सोरेन, धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह, निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कुमारधुबी और मुगमा स्टेशन के बीच किमी. 232/16-18 पर वर्तमान दोहरे लेन रोड अंडर ब्रिज नं. 20 (आरयूबी-20) के स्थान पर नवनिर्मित 826.5 मीटर (लगभग) लंबे रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) का आज संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
उद्घाटन करने के बाद मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से निर्मित ब्रिज आज जनता को समर्पित है। यह ब्रिज इस क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार की बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड को आदर्श राज्य बनाने और राज्य की जनता को हर सुख सुविधा देने का संकल्प लिया है। इसलिए राज्य में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए और यहां के भूमि पुत्रों को न्याय प्रदान के लिए वे लगातार प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता ने यहां आए दिन लगने वाले जाम को देखा है। नए ब्रिज से आम लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। झारखंड की जनता को सुचारू यातायात प्रदान करने के लिए सरकार ग्रामीण क्षेत्र में भी सड़क बनवा रही है।
उन्होंने कहा यह आरओबी पुराने जी.टी. रोड (ग्रांड ट्रंक रोड), जिसे अब झारखंड सरकार द्वारा मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एमडीआर) के रूप में वर्गीकृत किया गया है, पर बनाया गया है। इसके निर्माण होने और चालू हो जाने से वाहनों एवं सड़क उपयोक्ताओं को जामरहित सुचारू आवागमन की सुविधा मिलेगी। अब इस रुट पर भारी वाहनों को चलाया जा सकता है। सफर के समय में भी कमी आएगी। इससे झारखंड के और खास तौर से इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि रोड ओवर ब्रिज बनने से बहुत बड़ी समस्या का निदान हुआ है। इससे पहले आसनसोल के मंडल रेल प्रबंधक परमानन्द शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि इस आरओबी के निर्माण के साथ ही स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही आरओबी की मांग पूरी हो गई है। उन्होंने बताया कि आरओबी रेल मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा 50:50 लागत की हिस्सेदारी के आधार पर बनाया गया है।
उन्होंने कहा रेलवे के दृष्टिकोण से इस रोड ओवर ब्रिज के चालू हो जाने से आरयूबी संख्या 20 के ऊपर से गुजरनेवाले रेलवे ट्रैक की संरक्षा सुनिश्चित होगी, क्योंकि वर्तमान में आए दिन मौजूदा संकरे मार्ग से बड़े-बड़े सड़क वाहनों की आवाजाही के कारण वाहनों द्वारा टकराने या घर्षण होने के कारण इस आर्च ढांचे को नुकसान हो रहा है। कभी-कभी जरुरत से ज्यादा आकार के वाहन भी इस पुल से होकर गुजरते हैं, जिससे इमारती आर्च के ढांचे को नुकसान पहुंचता है। इससे यात्री और मालगाड़ियों की सुरक्षा में काफी वृद्धि होगी।
826.5 मीटर लंबे रोड ओवर ब्रिज में झारखंड सरकार एवं रेलवे मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित है। इसके निर्माण की कुल लागत लगभग 37.81 करोड़ रुपये है। जिसमें से झारखंड सरकार द्वारा 23.59 करोड़ की राशि का वहन किया गया है।
