जोधपुर में पाकिस्तानी विस्थापितों के अवैध घरों पर चला बुलडोजर

AJ डेस्क: जोधपुर के चौखा गांव (पाक विस्थापितों की बस्ती) में सोमवार को जेडीए अमला 400 बीघा सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचा। इस दौरान जेसीबी पर बस्ती के लोगों ने पथराव कर दिया, जिसमें जेसीबी के शीशे टूट गए और जेसीबी ड्राइवर का सिर फट गया।

 

 

शहर के निकट चौखा गांव में अतिक्रमण को जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की टीम ने ध्वस्त कर दिया। यहां मकान बनाकर रह रहे लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया। लोगों का कहना है कि भू-माफिया ने उनसे पैसे लेकर जमीन बेची है, लेकिन बस्ती के लोग कागजात पेश नहीं कर पाए। ऐसे में मकानों को तोड़ दिया गया।

 

 

 

 

 

 

क्षेत्र में जिन लोगों के मकान बने हुए थे उनमें से ज्यादातर पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए लोग हैं। यह वे लोग हैं जो लोग टर्म वीजा पर हिंदुस्तान में रह रहे हैं। इन्हें अब तक भारत की नागरिकता नहीं मिली है। चौखा गांव में जेडीए की ओर से काटी गई राजीव नगर कॉलोनी सेक्टर बी और सी में 400 बीघा जमीन पर अवैध रूप से 200 से ज्यादा मकान बन गए थे। पिछले कई महीनों में राजीव नगर कॉलोनी में अवैध बस्ती विकसित हो गई। तब जेडीए ने इस पर ध्यान नहीं दिया। कुछ समय पहले इस जमीन को खाली करने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी हुआ था। सोमवार को टीम जब कार्रवाई करने पहुंची तो यहां रह रहे लोग विरोध में उतर आए।

 

 

 

 

 

 

बस्ती के लोगों ने जोधपुर विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों से धक्का-मुक्की की। इसके बाद होमगार्ड के जवानों ने बल प्रयोग किया। जेडीए की ओर से मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही थी तभी कुछ लोगों ने अचानक पत्थर फेंकने लगें। जिससे जेसीबी के कांच टूट गया। जेसीबी चला रहे एक चालक को भी चोट आई है, लेकिन इसके बाद भी जेडीए ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। जेडीए की ओर से इस जमीन पर बनाए गए करीब 70 से ज्यादा अवैध निर्माणों को तोड़ा गया है। इनमें अधिकांश मकानों में लोगों का रहवास भी था। लेकिन लोग किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं दिखा पाए जिसके बाद मकानों को ढहा दिया गया।

 

 

यहां रह रहे लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने यह प्लॉट 70 हजार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक में खरीदे हैं, लेकिन प्लाट उन्हें किसने बेचे और कब बेचे, इससे संबंधित दस्तावेज विरोध कर रहे लोगों के पास नहीं थे। न ही किसी प्रकार की बेचान रजिस्ट्री किसी के पास मिली।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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