धनबाद-गिरिडीह के बॉर्डर पर फंसी कोयला लदी सैकड़ों ट्रक, आखिर मामला है क्या ?
AJ डेस्क: धनबाद के तोपचांची थाना क्षेत्र स्थित जीटी रोड पर कोटालअड्डा के समीप रिलायंस पेट्रोल पंप के पास एवं सड़क किनारे कोयला लदे सैकड़ो ट्रक पिछले दस दिनों से खड़े हैं। कुछ चालकों ने बात करने पर बताया कि कागज का इंतजार किया जा रहा है। बात फैली तो चालकों के बीच अफरा-तफरी मच गई। ट्रक को इधर-उधर भगाने लगे। कुछ ट्रक अब भी खड़े हैं।
इतने दिनों से सैकड़ों ट्रक खड़े रहने के बाद भी पुलिस प्रशासन की ओर से मामले की जानकारी नहीं ली गई है। कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। सूचना के अनुसार कोयला लदे इन ट्रकों के पास चालान नहीं है। चालान नहीं होने के कारण ही इन ट्रकों को जीटी रोड पर गिरिडीह बॉर्डर पर इंट्री नहीं मिली, इसी कारण ट्रक खड़े हैं। वैसे मामले पर तोपचांची थाना से जब जानकारी लेने की कोशिश की गई, तो एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले में वे कुछ नहीं कह सकते। थानेदार बाहर हैं। इधर मामले पर खनन विभाग के आधिकारिक विनोद बिहारी प्रमाणिक ने कहा कि इस सिलसिले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

खड़े सभी ट्रकों पर यूपी और बिहार के नंबर प्लेट लग हुए थे। वहां आसपास लगातार धनबाद नंबर की दो कारें भी पिछले कई दिनों से आती-जाती रही हैं। दोनों कार खड़ी थी। मीडिया वालों के पहुंचने के बाद दोनों कार तेजी से निकल गई।
धनबाद बॉर्डर जीटी रोड के हरिहरपुर थाना क्षेत्र में सिंहडीह तक ही है। फिर वहां से गिरीडीह पुलिस प्रशासन की नाकेबंदी रहती है। हालांकि कुछ ट्रक शुक्रवार को चुपके से गिरिडीह क्षेत्र से पास भी कराए गए थे और कुछ ट्रक पकड़े भी गए हैं। लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी गिरिडीह के पुलिस कप्तान को हुई, सभी थानों को निर्देश दिया गया कि बिना कागजात किसी भी कोयला लदे ट्रक को पास करने से रोक दिया जाए। इसके बाद तोपचांची के कोटालअड्डा में ट्रकों को रोक कर रखा गया है। सूत्र ये भी बता रहे हैं कि कागजात को लेकर अभी काफी मशक्कत हो रही, लेकिन फिर भी बातचीत जारी है। जैसे ही बातचीत फाइनल होगी, सभी ट्रक निकाल दिए जाएंगे। बिना जांच पक्के तौर पर कहना मुश्किल है, लेकिन बताया तो यह भी जा रहा है कि कोयला लदे इन ट्रकों में धनबाद से ही कोयला लोड हुआ है। फिलहाल यह जांच का विषय है।
