हत्या या आत्महत्या: फंदे से झुलती मिली एक ही परिवार के तीन सदस्यों का शव

AJ डेस्क: पश्चिम बंगाल के कुलटी थाना अंतर्गत बराकर के बेगुनिया नाला पाड़ा इलाके मे स्थित एक घर से एक ही परिवार के तीन सदस्यों का अलग-अलग दो कमरों मे फांसी के फंदे से झूलता शव मिला है। हैरानी की बात यह है की तीनो शव के पास पुलिस ने तीन सुसाइट नोट भी बरामद किया हैं। पुलिस द्वारा बरामद सुसाइट नोट में क्या लिखा है इसका अभी खुलासा नही किया गया है।

 

 

वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि यह परिवार बहुत ही सांत सवभाव का था और काफी मिलनसार भी। वह लोग विश्वास नही कर पा रहे हैं की इलाके का यह शिक्षित परिवार इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा की हर रोज परिवार का कोई ना कोई सदस्य घर के बाहर निकलकर इलाके के लोगों से मिलते ही थे, पर शुक्रवार सुबह से ही परिवार के किसी भी सदस्य को घर के बाहर देखा नही गया। साथ ही उनका दरवाजा भी बंद था। ऐसे मे स्थानीय लोगों को सक हुआ की आखिरकार ऐसी क्या बात हो गई की परिवार के लोग दिखाई नही दे रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

उन्होने कहा कि उनको मालूम था की घर के मुखिया 74 वर्षीय सुदीपतो राय पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। साथ मे उनके ऊपर दो बैकों से कर्ज भी लिया हुआ था। जिस कारण उनकी आर्थिक व मानसिक स्थिति काफी ख़राब चल रही थी। सुदीपतो राय का पुत्र अग्नि संकर राय स्थानीय छात्र और छात्राओं को ट्यूशन पढ़ाकर घर का जैसे-तैसे खर्च चला रहा था। इस परिवार की इतनी स्थिति ख़राब होने के बाद भी उन्होने कभी भी अपना दुख इलाके के लोगों के सामने जाहिर नही किया। उन्होने कहा की जब उनके घर के किसी भी शख्स को देखा नही गया, तब वह उनके घर के सामने जाकर उनका दरवाजा खटखटाए, लेकिन अंदर से कोई जवाब नही मिला। तब जाकर उन्होने पुलिस को इसकी सूचना दी।

 

 

जब पुलिस मौके पर पहुँची और घर के अंदर प्रवेश किया तो घर के एक कमरे मे सुदीपतो राय को फांसी के फंदे से झूलता देखा गया और दूसरे कमरे मे सुदीपतो राय की 64 वर्षीय पत्नी सवेता राय व उनके 29 वर्षीय बेटे अग्नि संकर राय को फांसी के फंदे से झूलता देखा गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर आसनसोल जिला अस्पताल मे पॉस्मार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन मे जुट गई। पुलिस यह पता लगा रही है की एक ही परिवार के उनके ही घर के दो अलग अलग कमरों मे मिली तीन सदस्यों की लास व तीन सुसाइट नोट के बरामद होने के पीछे का राज क्या है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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