अवैध खनन: कापसरा हादसा ने किसे दिखाया आईना, निरसा में कौन कौन हैं बेताज बादशाह
अरुण कुमार तिवारी
AJ डेस्क: निरसा क्षेत्र में कोयले का अवैध खनन, चाल धंसने की घटना आज नई बात नही है, काले हीरे की लूट का खेल दशकों से चला आ रहा है। कोयला चोरों की चमड़ी मोटी हो चुकी है तो शहर के वातावरण के मुताबिक वर्दी वाले भी ——-।
मंगलवार के दिन कापसारा में धसान की घटना घटी है। बहस प्रभावितों के आंकड़ा को लेकर है। कापसारा हादसा ने आखिर किसे आईना दिखाया है। ECL प्रबंधन को, प्रशासनिक महकमा को या वर्दी वालों को। कोयला चोर तो इस बहस में आते ही नहीं हैं।
“यहां सब शांति शांति है” निरसा के कोयला चोर, वर्दी वाले, प्रबंधन, अधिकारी तो यही दावा करते आ रहे है। कापसारा हादसा इन दावों को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है। जानकार कहते हैं निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर दिन रात कोयले का अवैध खनन जारी है। वर्दीधारी एक पदाधिकारी और संजय की युगल जोड़ी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। काले हीरे की लूट वाली सिंडीकेट में जिसे शामिल होना है उसे संजय के दरवाजे से होकर पदाधिकारी तक पहुंचना पड़ता है। रमा शंकर, विजय जैसे घाघ खिलाड़ी भी सिंडीकेट में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

कापसारा हादसा यह तो प्रमाणित कर ही गया कि क्षेत्र में अवैध खनन और काले हीरे की लूट बदस्तूर जारी है। वर्दी वाले पदाधिकारी और संजय की जोड़ी बेहतर मैनेजमेंट चला रहा है तभी तो शांति शांति है। काले हीरे की लूट के खेल में गोली चल जाती है, धसान की घटना घटती है। दर्जनों मजदूर के दबे होने की संभावना व्यक्त की जाती है। दूसरी ओर घटना में किसी के चोटिल होने और मलवा में दबे होने की बात को एक सिरे से खारिज कर अपनी चमड़ी के साथ साथ दुधारू (कोयला चोर) को सुरक्षित करने का खेल जारी हो जाता है।
