बंगाल की “चौरंगी पुलिस” का कारनामा पहुंचा राजधानी, कोयले के खेल में बदरंग हो रही छवि
AJ डेस्क: झारखंड बंगाल की सीमा पर कुल्टी थाना अंतर्गत चौरंगी फाड़ी की पुलिस धनबाद के व्यवसाई से भयादोहन करने के चक्कर में विवादों में घिर चुकी है। राजधानी के सत्ता गलियारे में व्यवसाई ने गुहार लगा न्याय मांगा है।
कहावत है पुलिस जो चाहे कर सकती है तो यह भी कहा जाता है कि भगवान के दरबार में देर से ही सही न्याय मिलता है। चौरंगी पुलिस ने पहले तो वर्दी का धौंस दिखा मनमाना राशि वसूलने का प्रयास किया। यहां पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी तो कोयले के ट्रक पर FIR दर्ज कर दिया गया। इस मामले की गहनता से जांच हो तो पुलिस के कार्यशैली और जल्दबाजी में की गई कार्रवाई से ही उसकी मंशा का उजागर हो जाएगा।
धनबाद के गोबिंदपुर गहरा से बीस टन कोयला लोड कर बंगाल जाता है। रास्ते में चौरंगी फाड़ी पुलिस जांच के नाम पर ट्रक को रोकती है। ट्रक पर लोड कोयला को पुलिस दो नंबर होने का आरोप लगाते हुए मोटी राशि का डिमांड करती है। काफी देर तक सौदेबाजी होती है लेकिन सौदा पटता नहीं है। तब अंततः चौरंगी पुलिस जांच के लिए ट्रक को रोकने का इशारा करती है। चालक तेज गति से वाहन लेकर भाग जाता है। पीछा करके पुलिस ट्रक को पकड़ लेती है लेकिन चालक भागने में सफल रहता है, कुछ इस तरह का मामला बना FIR दर्ज कर दिया जाता है।
संकट मोचन कोल ट्रेडिंग कंपनी के पार्टनर प्रदीप सिंह ने पुलिस पर बिंदुवार गंभीर आरोप लगाते हुए सूबे के सीएम, डीजीपी सहित अन्य वरीय प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र भेज न्याय की गुहार लगाई हैं।
