झरिया के “पिच” पर घाघ खिलाड़ी “मुकेश” ठोक रहा दनादन, 40 से50 ट्रक कोयला का हेराफेरी
अरुण कुमार तिवारी
AJ डेस्क: खेल कोई भी हो, अनुभवी खिलाड़ी का अलग ही बात होता है। झरिया कोल फील्ड के अवैध कोयला कारोबार जगत के लिए “मुकेश” किसी परिचय का मोहताज नहीं है। कोयला का घाघ खिलाड़ी मुकेश फिर अपनी टीम के साथ झरिया कोयलांचल में चौका छक्का जड़ रहा है। हर रात हाफ सेंचुरी (50 ट्रक) ठोकने में कामयाब हो जा रहा है।
एक समय था जब मुकेश पूरे झरिया कोल फील्ड पर अपना साम्राज्य स्थापित कर रखा था। ऐना, बस्ताकोला, क़ुस्तौर, कुसुंडा से लेकर लोडना तक मुकेश सिंडीकेट की तूती बोला करती थी। पुराना घाघ खिलाड़ी है मुकेश। हर बॉल पर रन बनाने की क्षमता रखता है। काले हीरे की लूट का मास्टर माइंड मुकेश ने इस खेल से अकूत संपति खड़ा कर लिया है। लग्जरी गाड़ियों का काफिला खड़ा कर रखा है तो बेरोजगार युवाओं को अपना गुर्गे के रूप में इस्तेमाल करता है।
मिली जानकारी के अनुसार मुकेश सिंडीकेट इस बार झरिया के तिसरा, अलकडीहा, लोडना क्षेत्र में अपना पिच तैयार कर रखा है। साउथ तीसरा तालाब के समीप इसका एक महत्वपूर्ण अड्डा है। वहीं लोडना बियर कंपनी के समीप मुकेश के गुर्गे अहले सुबह से कोयला का भंडारण शुरू कर देते हैं, जहां से रात्रि लूट का यह काला हीरा काला मंडी पहुंचा दिया जाता है।
सूत्र बताते हैं कि साउथ तीसरा तालाब के पास GOCP, KOCP और एंटी S T से सीधे कोयला जमा होता है जो रात में काला मंडी में खपा दिया जाता है।
मुकेश सिंडीकेट का घाघपन का एक उदाहरण। दो नंबरी कोयला लेकर ट्रक चलता है। हनुमानगढ़ी इलाके में ट्रक ब्रेकडाउन हो जाता है। घंटों से लावारिस खड़े कोयला लोडेड ट्रक को लेकर चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। कुछ “रक्षक” तक लोग सूचना भी पहुंचाते हैं। कोई एक्शन नहीं। दूसरे वाहन से कोयला वाले ट्रक को खिंचवा कर झरिया थाना क्षेत्र में खड़ा कर दिया जाता है फिर ट्रक बनवा कोयला गंतव्य स्थान तक भेजा जाता है। यह स्थिति किसी नए खिलाड़ी के सामने उत्पन्न होती तो ट्रक फंस जाता लेकिन यह तो घाघ मुकेश का ————।
