अभेद्य किला है सोनारडीह, यादव का सेना पड़ता है भारी, रजनीश उठा रहा पूरा फायदा

अरुण कुमार तिवारी

AJ डेस्क: हर कदम पर यादव जी के गुर्गे तैनात हैं। यादव की इच्छा के विरुद्ध परिंदा भी वहां पर नहीं मार सकता। चौबीसों घंटे चप्पे चप्पे पर गुर्गों की तीखी नजर होती है। यह किसी बॉलीवुड फिल्म का स्क्रिप्ट नहीं है बल्कि बाघमारा के सोनार डीह क्षेत्र के दृश्य का बखान है। काले हीरे का लुटेरा रजनीश इसका पूरा पूरा लाभ उठा रहा है।

 

बाघमारा क्षेत्र में इसी तरह “आशा कोठी” की भी चर्चा होती थी। जिला पुलिस हो या CISF आशा कोठी में प्रवेश करने से परहेज करते रही है। कोयलांचल वासी शायद अभी भूले भी नहीं होंगे। आशाकोठी क्षेत्र में हस्तक्षेप करना पुलिस को कितना महंगा पड़ा था।हालांकि बाद में पुलिस ने इस गढ़ को ध्वस्त भी कर दिया था। कमोवेश सोनारडीह की भौगोलिक स्थिति भी ऐसा ही है।दिन रात सैकड़ों की संख्या में मजदूर कोयले का अवैध खनन कर रहे है।  भारी मशीनों का भी सहयोग लिया जा रहा है। सब कुछ जानते हुए भी CISF और स्थानीय पुलिस ———-।

 

सूबे की राजधानी रांची से कोयलांचल की राजधानी धनबाद के सोनार डीह में काले हीरे की लूट मचाने वाले रजनीश को किसी “दीपक” की रोशनी भरा आशीर्वाद प्राप्त है। यादव जी अपनी शर्तों पर सहयोग कर ही रहे हैं। पॉजिटिव माहौल का पूरा पूरा लाभ उठाने से नहीं चूक रहा “रजनीश”।

 

 

 

 

 

 

 

 

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