“मेंढ़ा टू काली माटी” : प्रशासनिक तंत्र “चंदन” की महक में मदहोश, लुटेरा काला हीरा की लूट में मस्त

अरूण कुमार तिवारी
AJ डेस्क: खूबसूरत वादियों के बीच बसे मैथन के काली माटी से मेढा तक टिड्डियों के काफिला की तरह अवैध कोयला ढोने वालों का तांता लगा रहता है। कहते हैं न कि बूंद बूंद से तालाब भरता है, यही कहावत चंदन चरितार्थ कर रहा है। एक एक साइकिल से वह ट्रक का ट्रक अवैध कोयला जमा कर लेता है। जानकार कहते हैं प्रतिदिन रात में चंदन के ठिकाने से तीस से चालीस ट्रक कोयला काला मंडी में खपाया जाता है।
चंदन की महक से जहरीले सांप भी अपना स्वभाव भूल उससे लिपट जाते हैं। इस चंदन में भी यह खूबी पाया जाता है। सुरक्षा तंत्र के लोग चंदन की मन मोहक महक में इस कदर मदहोश हो चुके है कि उन्हें चंदन के द्वारा दिन रात खुलेआम काले हीरे की लूट किए जाने का खेल दिखता ही नहीं है।
झारखंड बंगाल की सीमा पर बसे होने का भी पूरा लाभ चंदन उठाता है। यूं तो मैथन इलाका में “राय” भी काले हीरे की लूट में लिप्त है, लेकिन चंदन उससे हर तरह से सीनियर साबित हो रहा है।