काले हीरे की लूट का रिकॉर्ड तोड़ डाला बाघ – मारा के इन धुरंधरों ने
( भाग 2)
AJ डेस्क: घाघ खिलाड़ी रोहित की बात करें या रजनीश की।बशिष्ठ हो या महता बंधु।बलराम भी पीछे नहीं तो मुखिया जी महतो भला कैसे मान लेते।रौनक की चर्चा हो या मुकेश की।बिट्टू आदतन मजबूर है।सिंघानिया और नकुल बहती गंगा में भला डुबकी कैसे नहीं लगाएंगे।एनामुल,संजय सिंडीकेट का अलग ही बोल बाला है।शंकर जी तो मंडल लिए धंधा में उतर गए हैं।चुनचुन और राजेश गठजोड़ अलग गुल खिला रहा है।इन घाघ के बाद और भी छुटभैये समय का पूरा लाभ उठा रहे हैं।
बाघ – मारा में चल रहे काले हीरे की लूट में कौन सा बाघ मारना है।सब कुछ सेटिंग गेटिंग पर चलना है।बस,पिच में इंट्री पाने तक ही मशक्कत करना है।एक बार इंट्री मिल गई कि फिर बल्ले बल्ले।धन बल और जन बल से कंधा मजबूत हो,सेटिंग में महारथ हासिल हो तो रातों रात लखपति बनने का खेल है यह।जो कि अभी बाघमारा पुलिस अनुमंडल में छूट कर खेला जा रहा है।इस खेल के नेपथ्य में कौन बिसात बिछाए हुए है और शह मात का खेल खेल रहा है।यह तो सर्व विदित है।काले हीरे की लूट के खेल को दिग्गजों का वरदहस्त प्राप्त होता है,जिसकी छत्र छाया में यह धंधा काफी फल फूल रहा है।
कोयलांचल में और भी ऐसे क्षेत्र हैं,जहां काले हीरे की लूट मची हुई है लेकिन बाघमारा तो बाघमारा साबित हो रहा है।मजदूरों के माथा से लेकर साइकिल,बाइक,छोटे छोटे वाहनों,हाइवा तक से दिन रात अवैध कोयले की ढुलाई हो रही है।निश्चित किए गए स्थल पर अवैध कोयले का भंडारण किया जाता है फिर वहां से भारी वाहनों पर कोयला लोड कर उसे काला बाजार तक पहुंचा दिया जाता है।
( जारी )
