रोहित के अभेद्य किला “सोनार डीह” से रजनीश लूट रहा काला हीरा
( भाग 3)
AJ डेस्क: ” सोनारडीह”। जी हां बाघमारा पुलिस अनुमंडल के अधीन ही पड़ता है सोनारडीह।यहां की धरती अपनी गोद में उत्तम गुणवत्ता का काला हीरा समेटे हुए है।रोहित के इस अभेद्य किला में आम या खास का प्रवेश भी संभव नहीं है।फिलवक्त “दीपक” के सहयोग से ” रजनीश” ने रोहित का विश्वास हासिल किया है और सोनारडीह की धरती का सीना फाड़ दोनों हाथ काला हीरा लूट रहा है।यहां के बेशकीमती कोयले को बेहतर बाजार और ग्राहक आसानी से मिल भी जाता है इसलिए तो प्रतिदिन सत्तर से अस्सी ट्रक कोयला आसानी से काला मंडी में खप भी जा रहा है।
कोई साहब हैं ” दीपक” जी।यहां जिस रजनीश की चर्चा हो रही है वह कोयला चोर है न कि महान हस्ती रजनीश।दीपक का आशीर्वाद रजनीश को प्राप्त है।फिर रोहित का साथ भी तो है।रोहित रजनीश सिंडीकेट समय का पूरा लाभ उठाते हुए चौका,छक्का की बरसात किए हुए हैं।मजदूर के साथ भारी मशीनों से भी दिन रात काला हीरा का उत्पादन जारी है।
अभेद्य किला है ही सोनारडीह।रोहित के इच्छा के विरुद्ध परिंदा भी इस इलाके में पर नहीं मार सकता।दूर दूर तक रोहित के गुर्गे फैले रहते हैं।खतरा का अहसास होते ही उनके द्वारा अलर्ट का सिंगनल दे दिया जाता है।छोटे छोटे मामलों को तो गुर्गे अपने स्तर से निबटा लेते हैं।
( जारी)
