संदर्भ DC रेल लाइन: एक करोड़ यात्रियों को सड़क पर ला देंगे कोयला चोर ?
( पार्ट 4 )
AJ डेस्क: जोगता, बांस जोड़ा क्षेत्र में अवैज्ञानिक ढंग से अवैध रूप से कोयला खनन करा रहे कोयला चोर क्या धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर फिर से ट्रेनों का परिचालन ठप्प करा देंगे ?यह गंभीर चिंतन का विषय बन चुका है।
धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर लम्बी दूरी की भी ट्रेनें चलती हैं।इसके अलावा गुड्स ट्रेनों का भी परिचालन होता है।एक अनुमान के मुताबिक इस रेल खंड पर सालाना एक करोड़ यात्री यात्रा करते हैं।सैकड़ों वेंडर का घर चलता है।रेलवे को भी अच्छी खासी आय हो जाती है।
धनबाद विधि व्यवस्था क्षेत्र के लोयाबाद,कनकनी, एकड़ा , जोगता,बाँसजोड़ा एवं अन्य क्षेत्र में इन दिनों कुकुरमुत्ते की तरह अवैध कोयला कारोबार ने फन फैला रखा है।चंद्रपुरा धनबाद रेल खंड पर जोगता,बाँसजोड़ा इलाके में रेलवे ट्रैक के समीप धड़ल्ले से बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खनन हो रहा है।कोयला के अवैध कारोबारी कोई वैज्ञानिक ढंग से तो कोयला कटवाते नहीं है।साथ ही बीसीसीएल जिन खदानों को असुरक्षित मानकर वहां से खनन कार्य बंद कर चुका है।कोयला चोरों के लिए वही बंद असुरक्षित खदान वरदान साबित हो रहा है।यही स्थिति जोगता सहित अन्य क्षेत्रों का है।
ज्ञात हो धनबाद चंद्रपुरा रेल खंड पर लगभग ढाई वर्षों तक ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप्प था।यात्रियों को मजबूरन सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ी थी।इस लाइन के स्टेशन वीरान हो गए थे।दूसरी ओर जनता सड़क पर उतर गई थी।लंबे समय तक आंदोलन चलने के बाद पुनः धनबाद चंद्रपुरा रेल खंड पर ट्रेनों की गड़गड़ाहट सुनाई देने लगी थी।स्टेशनों का रौनक लौट आया और यात्री गदगद हो गए थे।तब भूमिगत आग को कारण बता धनबाद चंद्रपुरा रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन रोका गया था।अब कोयला चोरों के कारण रेलवे ट्रैक के नीचे की जमीन खोखला होने का मुद्दा न उठ जाए।
( जारी )
