अफगान “भाईजान” का पाकिस्तान को सलाह, भारत से पंगा लेने के पहले सोच ले (देखें वीडियो)
AJ डेस्क: वो कहता है दुआओं में याद रखना और अम्मी को सलाम कहना। वो न भारत का है और न पाकिस्तान का। वो है अफगानिस्तान का। वो हंसता है तो उसकी हंसी में एक शरारत होती है। वो हंसी जिसे सुनकर पाकिस्तान को मिर्च लगती है और भारत में ठहाके। इन्हें सब अफगान भाईजान के नाम से जानते हैं।
भाईजान अफगानिस्तान के पठान हैं और भारत के दुश्मन के दुश्मन हैं। सोशल मीडिया के जरिए ये भारत के साथ खड़े हैं और पाकिस्तान की ऐसी की तैसी कर रहे हैं। पाकिस्तान के मिजाज़ से ये बहुत अच्छी तरफ वाकिफ हैं इसलिए भारतीयों को अपना दोस्त कहते हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर भारतीय वायुसेना ने जो सर्जिकल स्ट्राइक की है उससे पाकिस्तान की हालत भले ही खराब कर दी हो, लेकिन दुनिया भर में भारत के इस कदम की तारीफ हो रही है। और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अफगानी भाई भी भारत को बधाई दे रहे हैं, और पाकिस्तान को सलाह।
अफगानी भाईजान पाकिस्तान से कहते हैं कि उसे कभी भी बड़ी-बड़ी नहीं छोड़नी चाहिए। पाकिस्तान बातों के शेर है लातों के नहीं। और भारत ने जो पाकिस्तान के साथ किया है उसे मार कहते हैं। वो एक पुरानी कहावत को भी बदलने की बात कर रहे हैं, जिसे सुनकर हर भारतीय का जोश और बढ़ जाएगा।
यहाँ देखें अफगानी भाईजान का वीडियो (VIDEO)
इससे पहले भी भाईजान पाकिस्तान को सलाह दे चुके हैं कि भारत से उसे पंगा नहीं लेना चाहिए। सुनिए युद्ध पर अफगानिस्तान पाकिस्तान को क्या सलाह दे रहा है। ये अफगानी भाईजान भारत के दोस्त हैं, यूं ही बने रहें। भारत के साथ अफगानिस्तान की जो भावनाएं जुड़ी हुई हैं, उनमें कई संजीदा लोग भी शामिल हैं। कई पत्रकारों और पूर्व राजनयिकों ने भी भारत की इस कार्रवाई पर संतोष और खुशी जताई है।
अफगानिस्तान के पत्रकार मुस्तफा काज़मी भारत के इस हमले से काफी खुश हैं। इस हमले के मद्देनजर मुस्तफा ने ट्वीट किया है कि, मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आतंकवाद पर नियंत्रण के लिए भारत ने जो कुछ भी मिराज से 1 घंटे में किया वो पाकिस्तान द्वारा अब तक किये गए काम से कहीं ज्यादा प्रभावी है। साथ ही इसके लिए मुस्तफा ने भारत और भारतीय वायु सेना को धन्यवाद कहा है।
सारा विश्व भारत द्वारा लिए गए इस एक्शन पर चर्चा कर रहा है। मामले को लेकर जब हमने अफगानिस्तान ग्रीन ट्रेंड् (एजीटी) के अमरुल्लाह सालेह, जो कि पहले अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री रह चुके हैं, की ट्विटर प्रोफाइल का रुख किया तो वहां भी हमें संदेह ही दिखाई दिया। सालेह लिखते हैं कि आज भारत ने अपने रणनीतिक धैर्य के अभ्यास को समाप्त कर दिया है और भारत ने पाकिस्तान में घुसकर हमला किया है। तो क्या अब गुप्त आतंकवाद रूपी सिक्के की कीमत ज्यादा बल वाले सिक्के से चुकानी होगी?
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