VIDEO- नीरज हत्याकांड के एक गवाह पर हमला, पुरानी रंजिश है वजह, राजनीति शुरू

AJ डेस्क: देश की कोयला राजधानी धनबाद में एक बार फिर पुरानी रंजिश को लेकर इंसानी खून बहाया गया। इस हमले में हमलावर ने बन्दुक की जगह चाकू का इस्तेमाल किया और पीड़ित को अकेला पाकर उसके घर पर ही हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि इस हमला में पीड़ित के गर्दन, पेट और हाथों पर गंभीर चोटें आई है। वहीं इस मामले में झरिया विधायक संजीव सिंह जो फिलहाल धनबाद जेल में बंद है उनका नाम भी उछला है। मामला झरिया का है। लेकिन सबसे पहले पीड़ित को कितनी गंभीर चोटें आई और मीडिया को चोट दिखाने के मामले पर डिप्टी मेयर साहब कैसे बड़े प्यार से मीडिया को मना कर रहे है उसका वीडियो हम आपकों यहाँ दिखाते हैं-

 

 

यहाँ देखें वीडियो (VIDEO)

 

 

आज कोयलांचल धनबाद में एक बार फिर पुरानी रंजिश को लेकर खून बहा। लेकिन इस खूनी संघर्ष में ‘खेत खाए गधा, मार खाए जोलहा’ वाली कहावत चरितार्थ हुई। अब आप पूछेंगे कैसे? तो इसका जवाब हम आपकों देते है, कैसे? दरअसल इस हमला कांड में घायल होने वाला पीड़ित निखिलेश सिंह उर्फ गुड्डू पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या कांड का गवाह तो है ही ये फिलहाल धनबाद के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के प्रतिनिधि भी है और आरोपी हमलावर झरिया भालगढ़ा दो नंबर निवासी टीपू वर्मा जिससे पीड़ित की पुरानी दुश्मनी कही जा रही है वह विधायक संजीव सिंह का समर्थक बताया जाता है। तो इस मामले से जुड़ गया न कनेक्शन संजीव सिंह का। आपकों कैसे का जवाब भी मिल गया होगा। अब आपकों बताते है पूरा मामला क्या है?

 

 

 

 

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह जब पीड़ित निखिलेश सिंह अपने घर के बाहर अकेले बैठे थे उसी वक्त मौका देख कर आरोपी टीपू वर्मा वहाँ आ धमका। पीड़ित के अनुसार आरोपी टीपू ने कहा, ‘तूने विधायक जी (संजीव सिंह) के खिलाफ गवाही देने की जुर्रत की है, इसका खामियाजा तो तुझे भुगतना ही होगा, वो भी अभी।’ इसके बाद उसने चाकू से ताबड़तोड़ कई वार पीड़ित के ऊपर कर वहाँ से फरार हो गया।

 

 

इसकी सूचना धनबाद के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह को दी गई। जिसके बाद तत्काल डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह अपने लश्कर के साथ झरिया थाना पहुँच इसकी लिखित शिकायत पुलिस को दी। साथ ही डिप्टी मेयर ने अपने समर्थकों के साथ लहूलुहान पीड़ित निखिलेश उर्फ गुड्डू सिंह को अस्पताल भी ले गए जहाँ गंभीर रूप से घायल निखिलेश सिंह का इलाज किया गया। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी टीपू वर्मा जो फिलहाल फरार बताया जा रहा है उसके पिता जगरनाथ प्रसाद वर्मा को हिरासत में ले लिया है।

 

 

 

 

 

यहाँ यदि सूत्रों कि माने तो इस पुरानी रंजिश में पहले भी हमले हुए है। चाकू ही नहीं इस दुश्मनी में गोलीबारी भी की गई है। बताया जाता है कि 11 नवम्बर 2018 को इस मामले के आरोपी टीपू वर्मा के घर पर जमकर गोलीबारी की गई थी। टीपू वर्मा की ठुकाई भी की गई थी। उस वक्त पीड़ित टीपू वर्मा था और वर्तमान का पीड़ित निखिलेश सिंह उर्फ गुड्डू आरोपी।

 

 

झरिया कोयलांचल में इस घटना को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं। नीरज हत्याकांड के एक गवाह के रूप में यदि गुड्डू पर हमला करना होता तो इसमें चाकू का नहीं किसी घातक हथियार का इस्तेमाल हुआ होता। कुछ लोगों का कहना है कि गवाह को ही मारना धमकाना होता तो कोर्ट में गवाही के पहले ही विरोधी अपना काम कर जाते। खैर, यह तो अब पुलिसिया जाँच का विषय है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!

  •  
    147
    Shares
  • 147
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »