“चौकीदार” के काले खेल का पर्दाफाश किया यूथ इंटक ने, प्रशासन रेस

AJ डेस्क: ‘चौकीदार’ हिंदी का यह शब्द इन दिनों देश में काफी फेमस है। कारण है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। पीएम मोदी ने तो इस नाम से अपना चुनावी कैम्पेन भी शुरू कर दिया है। होली से ठीक एक दिन पहले छोटी होली के दिन पीएम मोदी ने देश के 25 लाख चौकीदारों से सीधी बात भी की। लेकिन झारखण्ड में इन दिनों उन्ही चौकीदारों का उनकी ही कंपनियों के द्वारा नियमो को ताख पर रख कर जमकर शोषण किया जा रहा है और सबसे मजे की बात तो यह है कि उन चौकीदारों का दर्द पीएम मोदी या उनकी पार्टी (भाजपा) ने नहीं बल्कि कांग्रेस के नेताओ ने न सिर्फ सुना बल्कि उसपे कार्रवाई के लिए भी आगे आए है।

 

 

जानकारी के अनुसार एक सिक्युरिटी कंपनी है SDS जो पश्चिम बंगाल के कोलकाता की बताई जा रही है। यह कंपनी एक अनुबंध के तहत अपने यहाँ कार्यरत चौकीदारों (गार्ड) को बैंक ऑफ़ इंडिया (BOI) के ATM पर सुरक्षा को लेकर तैनात करती है। यहाँ तक तो सब ठीक है लेकिन अगर आप इन चौकीदारों को इनके कंपनी के तरफ से मिलने वाली सुविधाओं पर जरा गौर करेंगे तब आपकों पता चलेगा कि कंपनी इन चौकीदारों का न सिर्फ शोषण कर रही है बल्कि इनका हक मार कर खुद मालामाल हो रही है।

 

 

बोकारो जिला यूथ इंटक ने इन चौकीदारों से बात किया और इन्हें नियमानुसार मिलने वाली सुविधाओं जो इनका हक़ है उसके बारे में जाना। तब इन्हें न सिर्फ एक बड़े गड़बड़ झाले का पता चला बल्कि चौकीदारों के साथ हो रही ज्यादती के बारे में भी पता लगा। दरअसल कंपनी इन चौकीदारों से जीतोड़ काम तो ले रही है लेकिन न तो अब तक इनका प्रोविनेन्ट फंड जमा किया जा रहा है और न ही इन्हें ईएसआई की सुविधा दी जा रही है। इतना ही नहीं कंपनी इन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दे रही है।

 

 

इसके बाद यूथ इंटक के राष्ट्रीय सचिव रवि चौबे ने कंपनी के तह तक जाने की ठान ली। जिसके बाद तो कई बड़े खुलासे हुए। सबसे बड़ी बात तो यह थी की लंबे समय से झारखण्ड में कार्यरत इस कंपनी का लाइसेंस तक झारखण्ड के सिक्युरिटी कंपनी की सूचि (पसारा) में शामिल नहीं है। इस गड़बड़झाले वाली कंपनी का कच्चा चिट्ठा खुलने के बाद कंपनी पर प्रशासनिक कार्रवाई के लिए बोकारो जिला यूथ इंटक ने उपायुक्त इस मामले में आगे जांच के लिए पत्र लिखा है।

 

 

हम बता दें कि उपायुक्त को जांच के लिए आवेदन दिए जाने के बाद उक्त कंपनी ने बोकारो और धनबाद में कार्यरत अपने 90 प्रतिशत चौकीदारों को नौकरी से ही निकाल दिया है ताकि अपने गड़बड़ झाले पर पर्दा डाल सके।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »