“धनबाद टू दिल्ली की डगर” आसान नहीं, बाबू जी चलना सम्भल के
AJ डेस्क: यूँ तो धनबाद लोक सभा क्षेत्र में 20 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं लेकिन इनमें तीन मुख्य रूप से चुनावी अखाड़े में ताल ठोकते हुए जमे हुए हैं। धनबाद के मतदाताओं का मूड अब तक प्रत्याशी भांप नहीं पा रहे हैं।
धनबाद संसदीय क्षेत्र में मुख्य रूप से भाजपा के पी एन सिंह, कांग्रेस के कीर्ति आजाद और निर्दलीय सिद्धार्थ गौतम के बीच चुनावी भिड़ंत हो रही है। दो दिग्गज के बीच सिद्धार्थ गौतम बोलते हैं- छोटा बच्चा जान कर मुझसे न टकराना रे–। सही भी है। सिंह मेंशन के सिद्धार्थ गौतम भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के गले की हड्डी बन चुके हैं। सिंह मेंशन, जनता मजदूर संघ, युवाओं के बीच का क्रेज़ और भाजपा एवम कांग्रेस से नाराज वोटर्स के लिए विकल्प सिद्धार्थ गौतम के हाथों को मजबूत कर रहे हैं। इस निर्दलीय उम्मीदवार के पास कोई स्टार प्रचारक नहीं था। अन्य प्रत्याशियों की तरह सिद्धार्थ गौतम के पास कैडर की फ़ौज नहीं है। फिर भी पहली बार लोक सभा का चुनाव लड़ रहे सिद्धार्थ गौतम ने दो राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों का दांत खट्टा कर रखा है।
चुनाव के अंतिम दौर में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में कई स्टार प्रचारक धनबाद का दौरा कर गए। आइए हम पहले भाजपा प्रत्याशी की बात करते है। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राज नाथ सिंह, पियूष गोयल और अमित शाह धनबाद में चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं। भाजपा के इन दिग्गजों के दौरा के बाद लगा था कि अब चुनावी फिजां बदलेगा लेकिन हुआ जस्ट उल्टा। इन स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम में जिस तरह की भीड़ जमा होने की उम्मीद की गयी थी, वैसा हुआ नहीं। जिससे भाजपा प्रत्याशी के साथ साथ उनके समर्थकों की बैचेनी बढ़ गयी है। स्टार प्रचारकों का जलवा चलते नहीं देख पार्टी अब नए सिरे से रणनीति बनाने पर मजबूर हो चुका है।
अब हम बात करते हैं कांग्रेस प्रत्याशी कीर्ति आजाद की। कीर्ति आजाद के समर्थन में भी सिद्धू, शत्रुघन सिन्हा, सुबोधकांत सहाय और राहुल गांधी धनबाद का दौरा कर चुके हैं। वैसे भाजपा के तुलना में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के सभा में भीड़ ज्यादा देखी गयी।
कांग्रेस या भाजपा, दोनों ही भीतरघात का भी सामना कर रहे हैं। इन दोनों पार्टियों में नाराज वोटर्स की अच्छी खासी संख्या है। दोनों ही प्रत्याशी वोटर्स के अलावा नाराज को मनाने का प्रयास कर रहे हैं। अब चंद घण्टे की बात है। किसी भी प्रत्याशी के समर्थन में कोई भी स्टार प्रचारक धनबाद नही आ सकता है। धनबाद टू दिल्ली की सफल यात्रा करने के लिए अब प्रत्याशियों को डोर टू डोर जन सम्पर्क अभियान चलाना होगा।
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