“जज्बे को सलाम” शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने की नसीहत दी छठे वर्ग के छात्र ने

AJ डेस्क: शहर हमारा है- शहर आपका भी है। हम सब अपने शहर के विकास की बात सोच सकते हैं और इसके क्रियावन एजेंसी को नेक सलाह दे सकते हैं। ऐसा ही किया है डी ए वी स्कूल के क्लास छठे के छात्र दिव्यांश चौधरी ने।

 

 

धनबाद शहर के लिए लाइलाज बन चुकी चरमरा सी गयी ट्रैफिक व्यवस्था ने कहीं न कहीं से दिव्यांश के बाल मन को भी झकझोर दिया। ट्रैफिक समस्या पर घर में होने वाली बात और स्कूल आते जाते वक्त घण्टों जाम में फंसने का कड़वा अनुभव इस बालमन को भी झकझोर गया। दिव्यांश कोई नेता तो है नहीं, सरकार की खामियों को उजागर करने का इस बालक का नियत भी नहीं हो सकता। बस, रोज रोज जिस समस्या से उसे रूबरू होना पड़ता है, उसे उसने लिखकर जिला प्रशासन को भेज दिया है।

 

 

लेकिन सरकारी एजेंसी तो सरकारी एजेंसी है। उसने इस छात्र के चिठ्ठी पर कोई प्रतिक्रिया तक देना जरूरी नहीं समझा। छठे क्लास का एक छात्र इस गम्भीर समस्या पर पत्राचार कर रहा है तो कम से कम उसके पत्र का जवाब ही दे दिया जाए। यह सरकारी हाकिमों ने जरूरी नहीं समझा तो फिर इन सरकारी हाकिमों से समस्या के निदान की बात कैसे सोची जा सकती है।

 

 

दिव्यांश ने उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर निगम के मेयर और ट्रैफिक डी एस पी को पत्र लिखकर बैंक मोड़, पुराना बाजार क्षेत्र में लगने वाली जाम और उसके निदान का भी सुझाव दिया है। आप भी छठे वर्ग में पढ़ने वाले छात्र दिव्यांश के उस रूट मैप को यहाँ देख सकते है जिसमें उसने शहर को जाम मुक्त करने का दिशा निर्धारित किया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

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