वादा आश्वासन, आरोप -प्रत्यारोप, स्टार प्रचारकों के दौरा का सीजन हुआ समाप्त

AJ डेस्क: चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आज संध्या से चुनाव प्रचार थम गया। इस बार भोपूं तो बजे ही नही थे और ना ही वोटरों से वोट देने की अपील ही गली चौराहे पर सुनने को मिली। अब बूथ मैनेजमेंट का खेल शुरू हुआ।

 

 

12 मई को झारखण्ड के धनबाद, गिरिडीह, जमशेदपुर और सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है। इन चारों संसदीय क्षेत्र में आज सन्ध्या से चुनाव प्रचार थम गया है। हालांकि प्रत्याशी या उनके समर्थक “डोर टू डोर” अभियान चलाकर मतदाताओं से सम्पर्क साध सकते हैं। अब धनबाद में किसी भी दल के वरिष्ठ नेता जिसे स्टार प्रचारक कहा जाता था, का दौरा नहीं होगा। वादे आश्वासन का लॉलीपॉप जनता को नही सुनने को मिलेगा। नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी समाप्त हो चुका है। सरकार बनने पर देश और जनता का स्वरूप बदलने की मीठी बातें भी अब सुनने को नहीं मिलेंगी। अब नेताओं का समय खत्म और जनता की बारी हुई शुरू। स्टार प्रचारकों से कौन कितना प्रभावित हुआ है। अपने नेता से कौन कितना खुश है। देश और आने वाली पीढ़ी की सही में किसे कितनी चिंता है। शायद जनता इन सभी बिंदुओं पर गौर फरमा कर अपना मत 12 तारीख को दे ही देगी।

 

 

अभी से शनिवार की रात प्रत्याशियों और उनके सक्रिय समर्थकों के लिए चुनौती भरा होगा। सभी बूथ मैनेजमेंट में लगे हुए हैं। चुनावी प्रक्रिया की इसे अंतिम युद्ध माना जाता है। पार्टी के कार्यकर्ता सभी बूथ पर जिम्मेवारी के साथ तैनात रहें, दूसरी ओर कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदाताओं को घर से निकाल बूथ तक ले आवें और अपने समर्थन में उनका वोट हासिल कर लें। अब इस अग्नि परीक्षा की तैयारी में प्रत्याशी भीड़ गए हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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