तृणमूल का दावा, निलंबित एक विधायक भाजपा में शामिल, बंदूक की नोंक पर करा रहे भाजपा में शामिल
AJ डेस्क: ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। टीएमसी ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि बंदूक की नोक पर उनके नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया गया है। टीएमसी ने यह भी दावा किया कि उसका केवल एक विधायक ही बीजेपी में शामिल हुआ है।
टीएमसी ने ट्वीट किया, “सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस का एक निलंबित विधायक कल बीजेपी में शामिल हुआ, जबकि 2 अन्य विधायक कांग्रेस और सीपीआई (एम) के हैं। जबकि पार्षदों की संख्या 6 है। उन्हें बंदूक की नोक पर ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया।”
#FactCheck
One suspended MLA of Trinamool joined BJP yesterday. The others were from Congress and CPI(M). The number of councillors is 6. That too they were forced at gunpoint to do so.— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) May 29, 2019
मुकुल रॉय के बेटे ने छोड़ी TMC
इससे पहले मंगलवार को पश्चिम बंगाल के तीन विधायक और 60 से अधिक पार्षद वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में एक तृणमूल कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांग्शु रॉय हैं।
TMC ने बताया ‘मामूली संकट’
दूसरी तरफ, टीएमसी ने मंगलवार को अपने विधायक और 60 पार्षदों के भाजपा में शामिल होने को ‘मामूली संकट’ बताया था। बंगाल के शहरी विकास मंत्री एवं कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा था, “जब जहाज किसी तूफान से टकराता है तो सबसे पहले चूहे समुद्र में छलांग लगा देते हैं, बिना यह जाने कि उनका हश्र क्या होगा। यही इस समय हो रहा है। हमारा निश्चित मानना है कि जो लोग शामिल (भाजपा में) हो रहे हैं, उन्हें इसके लिए बाध्य किया गया है।”
Rahul Sinha, BJP National Secretary: I think Vidhan Sabha elections will be held within 6 months to 1 year in West Bengal. The current govt will not be able to continue till 2021. There is lot of dissatisfaction in TMC. The TMC govt is being run by police and CID pressure. pic.twitter.com/bVjNkLQ5I3
— ANI (@ANI) May 29, 2019
‘TMC पूरा नहीं कर पाएगी कार्यकाल’
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 6 महीने से लेकर एक साल के अंदर हो सकते हैं। राज्य में मौजूदा सरकार 2021 तक कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी। हकीकत में टीएमसी के अंदर असंतोष है। टीएमसी सरकार पुलिस और सीआईडी के दबाव में काम कर रही है।
BJP को मिली शानदार सफलता
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के जबरदस्त प्रदर्शन के बाद यह अप्रत्याशित घटना देखने को मिल रही है। भाजपा ने यहां 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में दो सीटें जीती थी। टीएमसी ने इस बार 22 सीटों पर जीत दर्ज की है।
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