प्रधानमंत्री इमरान “टैगोर” का श्रेय “खलील” को देकर विवाद में फंसे

AJ डेस्क: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भारतीय कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के एक प्रसिद्ध उद्धरण का श्रेय गलत तरीके से लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को देने पर ट्रोल किया गया। खान ने एक प्रेरणादायक उद्धरण साझा किया था जिसका श्रेय उन्होंने लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान को दे दिया। उनकी इस गलती पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।

 

 

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उनके द्वारा साझा किया गया प्रेरणादायक उद्धरण था, ‘मैं सोया और सपना देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है।’

 

 

इस ट्वीट पर 23 हजार लाइक मिले और पांच हजार से अधिक लोगों ने इसे रीट्वीट किया जबकि दो हजार से अधिक लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी। इस ट्वीट के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘जो भी लोग जिब्रान के शब्दों में ज्ञान को खोजते हैं और उसे पा लेते हैं, वे कुछ इस तरह संतोष का जीवन भी पा लेते हैं।’

 

 

गौरतलब है कि हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ ऐसा कर दिया था जिसकी वजह से उनकी सोशल मीडिया पर खासी खिंचाई हुई थी। उद्घाटन समारोह  के दौरान उस वक्त पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अजीबो-गरीब स्थिति पैदा कर दी जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नेताओं के खड़े रहने के दौरान ही वह अपनी सीट पर बैठ गए थे।

 

 

 

इमरान खान का नाम पुकारे जाने पर वह कुछ पल के लिए खड़े हुए और फिर अन्य नेताओं के बैठने से पहले ही खुद बैठ गए। इसे प्रोटोकॉल तोड़ने के तौर पर देखा जा रहा है। इस वाकये को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब खिंचाई हुई थी।

 

 

ट्विटर पर एक व्यक्ति ने लिखा, ‘बिश्केक में एससीओ के दौरान इमरान खान ने एक बार फिर मुल्क के लिए शर्मिंदगी पैदा की। जब सारे लोग खड़े थे, वह बैठ गए। जब प्रस्तोता ने उनका नाम लिया तो खड़े हुए, लेकिन फिर बैठ गए। अहंकारी, अशिष्ट या बेवकूफ?’

 

 

एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया, ‘इमरान खान साहब, भविष्य में अपनी छाप छोड़ने के लिए कूटनीतिक यात्राओं की मर्यादा का अध्ययन जरूर करें।’

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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