झारखण्ड के जेल असुरक्षित: जमशेदपुर जेल के भीतर एक की हत्या
AJ डेस्क: झारखण्ड के जेलों में लापरवाही कितनी बढ़ गई है और कैदियों के अंदर से कानून का भय कितना रह गया है इसकी एक बानगी जमशेदपुर स्थित सेन्ट्रल जेल में देखने को मिला। परसुडीह स्थित घाघीडीह सेन्ट्रल जेल में फोन पर बात करने को लेकर जेल में बंद पंकज दुबे गिरोह और अखिलेश सिंह गिरोह आपस में भीड़ गए। देखते ही देखते इनकी भिड़ंत इतनी बढ़ गई की इसमें मनोज सिंह नामक एक बंदी की मौत हो गई तो वहीं 3 बंदी गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल सभी को इलाज के लिए जेल प्रशासन ने एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया है।
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जानकारी के अनुसार सुमित सिंह वर्ष 2019 में हुए तपन दास हत्यकांड मामले में जेल में बंद है। कल शाम 5 बजे जेल बूथ पर अपनों से बात करने के लिए वो लाइन में खड़ा था। इसी बीच फोनबूथ पर बातचीत को लेकर झड़प हुई। इस दौरान ब्लेड से किसी ने उसपर हमला कर दिया, जिसमें सुमित के साथ-साथ अविनाश श्रीवास्तव, सोनू लाल समेत कई बंदी जख्मी हो गए। वहीं मृतक मनोज सिंह के परिजनों का कहना है कि प्रसाशन ने मनोज सिंह की हत्या करवाई है।

परिजनों ने बताया कि 6 महीने पहले भी मनोज से जेल में हाथापाई की गई थी। जेलर के द्वारा परिजनों को सूचना दी कि गई मनोज एमजीएम अस्पताल में सीरियस है। परिजन जब एमजीएम पहुंचे तो मनोज मर चुका था। मनोज दहेज प्रताड़ना के एक मामले में यहाँ बंद था। परिजनों के अनुसार दस दिनों के बाद ही मनोज को कोर्ट से बेल मिलने वाली थी।
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