बरसात में भू धसान को लेकर सतर्क रहें झरियावासी
AJ डेस्क: धनबाद के उपायुक्त ए. दोड्डे ने झरिया वासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि बारिश के मौसम में झरिया के अग्नि प्रभावित इलाकों में भू-धसान की घटना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में उस इलाके में रह रहे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। धनबाद के उपायुक्त ने पिछले दिनों झरिया में बीसीसीएल द्वारा नोटिस दिए जाने के संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए ये बातें कही है।
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उन्होंने कहा कि जेआरडीए ने अब तक 495 अग्नि प्रभावित क्षेत्र को चिन्हित कर लिया है। जहाँ से करीब 1 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर विस्थापित किया जाना है। उन्होंने कहा कि झरिया में रह रहे गैर बीसीसीएल परिवारों को जेआरडीए पूरे नियम के अनुसार विस्थापित करेगी। धनबाद के उपायुक्त ने झरिया में बीसीसीएल द्वारा दिए गए नोटिस के आलोक में जानकारी न होने की बात कही। उन्होंने कहा है कि अगर बीसीसीएल ने इस तरह का नोटिस लोगों को दिया है तो ये उस खतरे के प्रति जागरूक करने के लिए होगा जो अक्सर बरशात के दिनों में भू-धसान के रूप में वहां देखने को मिलता है।
बता दें कि धनबाद से सटा कोयले की खान वाला झरिया शहर को खाली करने को लेकर बीसीसीएल की ओर से यहाँ रह रहें लोगों को नोटिस दिया गया है। इसमें शहर के कतरास मोड़ सहित कई रिहाइशी इलाके शामिल है। कुछ ऐसे इलाकों का नाम भी सूची में है, जहां इससे पहले कभी नोटिस नहीं दिया गया था। वहीं अब तक लोग मुख्य झरिया शहर को आग और भूधंसान से सुरक्षित मान रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। एकीकृत ईस्ट भगतडीह, शिमला बहाल कोलियरी प्रबंधन की ओर से 25 जून को नोटिस चिपकाया गया है। नोटिस में कई घटनाओं का हवाला देते हुए क्षेत्र को खाली करने को कहा गया है। इसमें बताया गया है कि डीजीएमएस ने सभी क्षेत्रों को असुरक्षित घोषित कर रखा है।
इस नोटिस में झरिया शहर के कतरास मोड़, हुसैनाबाद, चौथाई कुली, राजबाड़ी रोड, राज ग्राउंड, पोद्दारपाड़ा, शमशेर नगर, इंदिरा चौक सहित दर्जनभर क्षेत्रों को बीसीसीएल ने असुरक्षित घोषित किया है।
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