राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (संशोधन) विधेयक 2019 पारित, शाह और ओवैसी के बीच नोक झोंक (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: लोकसभा ने सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (संशोधन) विधेयक 2019 पारित कर दिया। लोकसभा में संसदीय बजट सत्र के दौरान सोमवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने एनआईए संशोधन बिल पेश किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से देश में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों की मौत हो गई इसलिए इस कानून को मजबूत बनाने के लिए इस विधेयक में बदलाव की जरूरत है। विधेयक पर चर्चा के दौरान सत्ता एवं विपक्ष के सदस्यों के बीच बहस भी देखने को मिली। चर्चा के दौरान एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की ओर से दखल दिए जाने पर गृह मंत्री अमित शाह ने नाराजगी जाहिर की। शाह ने ओवैसी से कहा कि उन्हें दूसरी की बातों को सुनने की भी आदत डालनी चाहिए।

 

 

 

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रेड्डी ने संसद में दिए अपने भाषण में कहा कि इन दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों की मौत मामले की जांच में एनआई की एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। रेड्डी की इस मांग पर हालांकि संसद में खूब हंगामा हुआ। गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि आतंकवाद किसी एक जिला, एक राज्य, एक क्षेत्र का विषय नहीं है, ये अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा है। हम चाहते हैं NIA किसी भी देश में जाकर जांच कर सके, इसलिए इसको और मजबूत बनाना चाहते हैं।

 

 

 

 

कांग्रेस, डीएमके ने कहा- एजेंसी का ना हो दुरुपयोग

लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ने एनआई संशोधन बिल पेश होने पर कहा कि सरकार कोई ऐसा बिल लाना चाहिए जो यह तय करे कि कोई भी जांच पूरी तरह से निष्पक्ष हो, क्योंकि एजेंसी को ज्यादा पावर मिलने पर इसके दुरुपयोग का भी खतरा है। इससे पहले एनआईए की संवैधानिक वैधता पर भी सवाल खड़े हुए थे ऐसे में सरकार को इससे निपटने के प्रावधान लाने चाहिए।

 

 

एजेंसी के दुरुपयोग के मुद्दे को डीएमके नेता ए राजा ने भी समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि टू जी केस में मैंने इसे झेला है। मुझे इसमें आरोपी बनाया गया, 7 साल तक फैसले का इंतजार करना पड़ा और सीबीआई की 15 दिनों की पूछताछ के बाद मुझे बेकसूर साबित कर दिया गया। तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह संसदीय नियमों के खिलाफ है और संसद में बिल पेश नहीं किया जाना चाहिए। इसके साथ ही एनके प्रेमचंद्रन ने भी लोकसभा में एनआईए बिल पेश करने का विरोध जताया।

 

 

देखें वीडियो-

 

 

ओवैसी और शाह में छिड़ी बहस

बिल पेश होने के बाद बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा कि हैदराबाद धमाकों में जब पुलिस ने संदेह के आधार पर कुछ अल्पसंख्यकों को पकड़ा तो सीएम ने सीधे कमिश्नर से कहा कि वे ऐसा ना करें वरना उनकी नौकरी चली जाएगी। इस पर जब AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा कि सुनने की भी हिम्मत रखिए। आपने ए राजा के भाषण में बीच में नहीं बोला फिर अब क्यों।

 

 

मोटर यान संशोधन विधेयक भी हुआ पेश

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को स्वीकार किया कि देश में पिछले पांच साल में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में उनके विभाग को सफलता नहीं मिली है और उन्होंने उम्मीद जताई कि मोटर यान संशोधन विधेयक पारित होने के बाद सड़क हादसों से लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी। गडकरी ने लोकसभा में ‘मोटर यान (संशोधन) विधेयक, 2019’ विधेयक को पेश करते हुए यह बात कही।

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि विधेयक पिछली लोकसभा में पारित हो गया था लेकिन राज्यसभा में पारित नहीं हो सका था। गडकरी के अनुसार उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में समिति गठित कर इस विषय का अध्ययन कराया जिसमें 18 राज्यों के परिवहन मंत्री शामिल रहे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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