सर्पदंश मरीज का सरकारी अस्पताल में झाड़ फूंक से चल रहा इलाज (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: मध्यप्रदेश में दमोह के सरकारी अस्पताल में सर्पदंश की मरीज़ का इलाज हो रहा था, लेकिन इलाज डॉक्टर नहीं ओझा कर रहे थे वह भी झाड़-फूंक के जरिए। जिला अस्पताल में सरेआम झाड़फूंक होता रहा और लोग तमाशबीन बने रहे।

 

 

 

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दमोह जिले के बटियागढ़ क्षेत्र की 25 वर्षीय महिला इमरती देवी को 14 जुलाई को सांप के काटने के बाद इलाज के लिए दमोह जिला अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती कराया गया था। दिन में डॉक्टरों ने इलाज किया लेकिन उसी रात उसके परिजन उसे पुरुष वार्ड के बाहर गैलरी में ले गए, जहां ओझा ने उस पर अनुष्ठान किया, जिसमें उसकी पीठ को पत्थर और एक प्लेट से थपथपाया गया। यह सब महिला के परिजनों और रिश्तेदारों के सामने हो रहा था।

 

 

देखें वीडियो-

 

हैरानी की बात यह है कि अस्पताल में कोई भी कर्मचारी ओझा को टोकने नहीं आया जबकि अस्पताल सीसीटीवी कैमरों से लैस है। मामला तब सार्वजनिक हुआ जब सोमवार को अस्पताल के अंदर की तस्वीरें वायरल हो गईं।

 

 

रविवार रात को अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इस घटना के बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की, क्योंकि वह अस्पताल के दूसरे हिस्से में एक दूसरे मरीज का निरीक्षण कर रहे थे।

 

 

इस मामले में सिविल सर्जन डॉ ममता तिमोरी ने कहा, “प्राथमिक जांच में पता चला है कि न तो सुरक्षा गार्ड और न ही ऑन ड्यूटी डॉक्टर को इस घटना के बारे में पता था लेकिन यह घटना ऑन ड्यूटी नर्स के संज्ञान में आई थी, जिन्होंने इसकी सूचना गार्ड या डॉक्टर को नहीं दी थी। हम संबंधित नर्स को मामले में नोटिस जारी कर रहे हैं।”

 

 

सरकारी अस्पतालों में लापरवाही का ये पहला मामला नहीं है, 15 जून को बुंदेलखंड में एक बुजुर्ग व्यक्ति को मृत घोषित किए जाने के बाद अस्पताल के मुर्दाघर में भेज दिया गया, अगले दिन उन्हें पोस्टमार्टम के लिए निकाला गया, तो सांसें चल रही थीं हालांकि बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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