“बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना”- मुद्दा कश्मीर का बौखलाहट पाक में

AJ डेस्क: जम्‍मू एवं कश्‍मीर पर भारत के फैसलों से पाकिस्‍तान में खलबली मची है। भारत के फैसले पर जहां पाकिस्‍तान ने पहले ही बौखलाहट भरी प्रतिक्रिया दी है, वहीं इस मुद्दे पर देश में संसद की आपात बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें नियंत्रण रेखा (LoC) से सटे इलाकों में तनावपूर्ण हालात पर चर्चा होगी। पाकिस्‍तान में विपक्षी दलों ने भी जम्‍मू-कश्‍मीर को दो हिस्‍सों में बांटकर अलग-अलग केंद्र प्रशासित प्रदेश बनाने और इससे पहले राज्‍य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्‍छेद 370 के प्रावधानों को निरस्‍त करने के भारत के फैसले के बाद राष्‍ट्रपति से संसद का आपात सत्र बुलाने की मांग की थी।

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाकर TYPE करें analjyoti.com और LIKE के बटन को दबाए…

 

 

कश्‍मीर को लेकर भारत के फैसलों पर पाकिस्‍तान में गहमागहमी के बीच संसद के आपात सत्र से पहले पाकिस्‍तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की अध्‍यक्षता में मंगलवार को कॉर्प्स कमांडर्स कॉन्‍फ्रेंस भी हुई, जिसमें जम्‍मू-कश्‍मीर को लेकर भारत सरकार के फैसलों पर चर्चा की गई।

 

 

 

 

पाकिस्‍तानी संसद के आपात सत्र में हिस्‍सा लेने के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेता जुटे तो खुद प्रधानमंत्री इमरान खान नहीं पहुंचे, जिसे लेकर विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया। भारत के इस फैसले के बाद इमरान खान अपने ही देश में विपक्ष के निशाने पर हैं, जिन्‍हें पूर्व क्रिकेटर को कश्‍मीर पर पूरी तरह विफल करार दिया है।पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी व पीएमएल-एन नेता मरयम नवाज ने पहले ही कहा है कि इमरान खान कश्‍मीर में मध्‍यस्‍थता की अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की बातों में इस कदर आ गए कि उन्‍हें भारत की योजनाओं के बारे में भनक तक नहीं लगी।

 

 

 

 

कश्‍मीर को लेकर पाकिस्‍तान में जारी हलचल के बीच एक उच्‍च स्‍तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल यहां पहुंचा है, जो पाकिस्‍तानी नेतृत्‍व से मुलाकात व बातचीत करेगा। दक्षिण व मध्‍य एशिया मामलों की अमेरिका की प्रिंसिपल डिप्‍टी असिस्‍टेंट सेक्रेटी की अगुवाई में यह दौरा ऐसे समय में हुआ है, जबकि एक दिन पहले ही भारत ने कश्‍मीर पर ऐतिहासिक फैसला लिया।

 

 

भारत सरकार ने कश्‍मीर पर दो संकल्‍प सोमवार को राज्‍यसभा में पेश किया, जो भारी बहुमत से पारित हो गया। इससे कुछ ही दिनों पहले कश्‍मीर में कानून-व्‍यवस्‍था का हवाला देते हुए अतिरिक्‍त सुरक्षा बलों की तैनाती का फैसला लिया गया था। बाद में सेना ने अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाए जाने की बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया था, जिसके बाद श्रद्धालुओं व पर्यटकों को घाटी से जल्‍द से जल्‍द निकलने के लिए एडवाइजरी जारी की गई। कश्‍मीर से संबंधित यह संकल्‍प मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »