जल समाधि लेते लेते बचे 9 बी सी सी एल कर्मी, PB परियोजना के खदान में पानी भरा (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: आज देश की कोयला राजधानी के लिए रविवार ‘ब्लैक सन्डे’ साबित होते-होते रह गया। आज की तारीख उन मनहूस तारीखों में शामिल होने से बच गई जिन तारीखों ने कोयला राजधानी के सैकड़ो कोयला खनिको को लील लिया। जी हां, रविवार को धनबाद की एक और कोयले की खदान चासनाला, बागडिगी और गजलिटांड़ खान हादसों की ही तरह शिकार हुआ। लेकिन गनीमत रही की समय रहते खदान के अंदर फसे सभी कोयला कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। वरना आज कोयलांचल पूरी तरह से मातम में डूबा होता।

 

 

 

 

जगह- धनबाद स्थित बीसीसीएल का पुटकी बलिहारी परियोजना। समय- सुबह के 6 बजे। आठ कोयला कर्मी अपने माइनिंग सरदार यशवंत रेड्डी के साथ रोज की ही तरह आज भी कोयला की खदान में कोयला उत्खनन के लिए उतरते हैं। लेकिन खदान के सैकड़ो फीट नीचे का नजारा आज कुछ बदला-बदला सा था। अँधेरे खदान के अंदर आज एक अजीब सी आवाज की मौजूदगी थी। जिसकों कर्मी समझ न सके और अचानक सामने खड़ी कोयले की दिवार तेज आवाज के साथ फट पड़ा। दिवार के उस पार से सब कुछ लील लेने वाली पानी का बहाव शुरू हो गया। देखते ही देखते सभी कर्मी गर्दन तक पानी में डूब गए।

 

 

लेकिन सभी कोयला कर्मी और उनके माइनिंग सरदार ने अपनी मानसिक स्थिति पे काबू रखा। उन्होंने उस बिकट स्थिति में भी अपने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए खदान के अंदर मौजूद ऊपरी जगह की ओर भागे। इसके बाद उन्होंने बाहर अपने वरीय अधिकारियों से संपर्क साधा और कहा- ‘सर अंदर काफी पानी भरता जा रहा है। हमारी बचने की उम्मीद काफी कम है। यदि आप हमें किसी तरह बचा सकते है तो बचा लें।’

 

 

इसके बाद यह भयावह खबर खदान के ऊपर जंगल की आग की तरह फैली। तत्काल यहाँ बचाव कार्य शुरू किया गया। लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह उन सभी 9 कोयला कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया जो उस काल बन चुके कोयला के खदान में फसे थे। सभी कर्मी जब उस खदान से बाहर आए तो उनकी स्थिति को देख अंदर मौजूद उस विकराल स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता था। सभी मजदूर रो रहे थे, बिलख रहे थे, मौत का खौफ, उस स्याह अँधेरी खदान में अचानक पैदा हुई मौत का मंजर का भय और उस काल रूपी खदान से जिन्दा बाहर निकल आने की ख़ुशी सभी एक साथ उन मजदूरों के आँखों से आंसू बन कर निकल रहे थे। जिसे देख बाहर उनका इंतजार कर रहे साथी कर्मी भी मर्माहत हो गए।

 

देखें वीडियो-

 

 

फिलहाल उस खदान के अंदर किस स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि अब उस कोयले की खदान के अंदर पानी का बहाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। एरिया के मैनेजर भी.के.गोयल ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। यह घटना क्यों और कैसे हुई इसकी जानकारी जांच के बाद ही पता चल सकेगा। वहीं मजदूर यूनियन के नेताओं ने कोयला अधिकारियों पर सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगा मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

 

 

 

 

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