शिक्षा में योगदान: महारत्न संत सविता रंजन की प्रतिमा का हुआ अनावरण
AJ डेस्क: चास प्रखंड के बिजुलिया स्थित श्री महावीर जी +2 हाई स्कूल में कान्य कुब्ज आर्ष परिषद शिखर मजलिस की तरफ से विद्यालय के संस्थापक संत सविता रंजन पाठक की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सूबे के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाने के लिए उन्होंने विद्यालय की स्थापना की। वे वास्तविक संत थे। उनके दूर्दर्शिता का ही परिणाम है कि आज क्षेत्र में शिक्षा का विकास हो रहा है। इसलिए उन्हे चंदनकियारी महोत्सव में महारत्न की उपाधि से मरनोपरांत नवाजा गया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे अपने कार्यकाल में विद्यालय को जमा दो का दर्जा दिलाया। विधायक मद से सेमिनार हाॅल का निर्माण हो रहा है। जल्द ही कमल क्लब के मद से खेल के मैदान का विकास किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा की चंदनकियारी की जनता ने विश्वास कर जिस काबिल मुझे समझा है उसी के अनुरूप खरा उतरने का प्रयास कर करा हुं।

इसके साथ ही वहाँ मौजूद धनबाद के सांसद पी एन सिंह ने कहा कि संत वही होता है जो शिक्षा से समाज को उन्नत करने का काम करता है। साधक जी सही मायने मे महर्षि थे जो अपने विचारों को स्थापित करने के लिए जमीन दान देकर विद्यालय की स्थापना की। उन्होंने कहा कि वे मंत्री रहते हुए 146 हाई स्कूलों को मान्यता दिया। इस दौरान उन्होंने समरेश सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कुछ रजनीतिक भूल के कारण सरकार गिर गई अन्यथा शिक्षा के क्षेत्र में ओर भी काम होता और आज शिक्षा के क्षेत्र मे कुछ ओर रूतवा होता। साथ ही उन्होंने इस मौके पर कहा कि भैरवानाथ की सेवा करने वाले मंत्री जी को बाबा का आशिर्वाद जरूर प्राप्त होगा।
वहीं पूर्व मंत्री समरेश सिंह ने कहा कि साधक सविता रंजन की प्रतिमा शिलांन्यास उनके द्वारा 2014 में किया गया था। जो आज साकार होता देख खुशी हो रही है।

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