अजर—-अमर—अटल: राष्ट्रपति सहित कई मंत्रियों ने “सदैव अटल” पहुंच दी श्रद्धांजलि

AJ डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की आज 95वीं जयंती है। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिह, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेता स्मृति स्थल ‘सदैव अटल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इससे पहले पीएम मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविद पंडित मदन मोहन मालवीय को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम ने अपने ट्वीट में कहा, देशवासियों के दिलों में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।

 

 

पीएम मोदी ने पंडित मदन मोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा कि उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने के साथ आजादी के आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी विद्वता और आदर्श देशवासियों को सदा प्रेरित करते रहेंगे। गौर हो कि वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयागराज में हुआ था।

 

 

 

 

वाजपेयी जी की जयंती पर पीएम मोदी आज लखनऊ में अटल प्रतीमा का अनावरण करेंगे। अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी आज अटल भूजल योजना या अटल जल योजना की शुभारंभ करेंगे। जो 7 राज्यों में 5 वर्ष की अवधि में लागू होगा। इसके दायरे में 8350 गांव आएंगे। रोहतांग दर्रे के नीचे बनी सुरंग का नाम अटल टनल रखा जाएगा।

 

 

 

 

वाजपेयी ने पोखरण परमाणु परिक्षण से भारत की एक मजबूत छवि दुनिया में बनाई- अमित शाह

गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमति शाह ने ट्वीट किया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपनी राष्ट्रवादी सोच, बेदाग छवि और राष्ट्र समर्पित जीवन से भारतीय राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी। विचारधारा और सिद्धांतों पर आधारित अटल जी के जीवन में सत्ता का तनिक मात्र मोह नहीं रहा।उनके नेतृत्व में देश ने सुशासन को चरितार्थ होते देखा। अटल जी ने जहां एक तरफ कुशल संगठनकर्ता के रूप में पार्टी को सींचकर उसे अखिल भारतीय स्वरुप दिया वहीं दूसरी ओर देश का नेतृत्व करते हुए पोखरण परमाणु परिक्षण व कारगिल युद्ध जैसे फैसलों से भारत की एक मजबूत छवि दुनिया में बनाई। अटल जी की जन्मजयंती के अवसर पर उन्हें कोटि- कोटि वंदन।

 

 

पं मदन मोहन मालवीय जी को श्रद्धांजलि देते हुए अमति शाह ने ट्वीट किया इनका न सिर्फ देश की स्वतंत्रता में अद्वितीय योगदान रहा बल्कि उन्होंने देश में शिक्षा के लिए भी भागीरथ प्रयास किए। उन्होंने युवाओं की अच्छी शिक्षा के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना करने के साथ-साथ पत्रकारिता व समाज सुधार में भी महत्ती योगदान दिया। मालवीय जी के जीवन का मूल लक्ष्य ‘राष्ट्रीय स्वतंत्रता व प्रगति’ था। वह अपने महान कार्यों के लिए पूरे देश में ‘महामना’ के नाम से प्रख्यात हुए। देश के युवाओं की शिक्षा व उज्जवल भविष्य के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित करने वाले मां भारती के ऐसे महान सपूत की जयंती पर उनको शत-शत नमन।

 

 

वाजपेयी ने अपने शब्दों से सभी लोगों के जीवन को छुआ- जेपी नड्डा

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने  पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके जैसे नेता सैकड़ों साल में एक बार पैदा होते हैं जो अपनी विचारधारा और दृढ़ संकल्प के प्रति ‘अटल’ थे। नड्डा ने कहा कि वह काफी गंभीर व्यक्ति थे जिन्होंने अपने शब्दों से सभी लोगों के जीवन को छुआ। नड्डा ने वाजपेयी से जुड़े कुछ किस्से भी सुनाए। उन्होंने कहा कि एक बार जब किसी विषय को लेकर राजनीतिक गलियारे का पारा काफी गर्म था तो तब वाजपेयी मीडिया को संबोधित करने वाले थे।

 

 

उन्होंने कहा कि वह खुद बीजेपी युवा इकाई के अध्यक्ष थे तो उन्होंने समर्थकों की भीड़ उनके समर्थन में नारे लगाने के लिए जमा की थी। इस पर वाजपेयी ने उनसे पूछा था कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने जवाब दिया, माहौल बनाने के लिए ऐसा किया गया है। वाजपेयी ने इस पर उन्हें कहा कि यह बिना कोई डर पैदा किए हुए प्रेम से भी किया जा सकता है। नड्डा ने कहा कि वाजपेयी जैसा कवि और वक्ता होना काफी मुश्किल है।

 

 

रोहतांग दर्रे के नीचे बनी सुरंग का नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा

रोहतांग दर्रे के नीचे बनी रणनीतिक महत्‍व की सुरंग का नामकरण आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जाएगा। रोहतांग दर्रे के नीचे रणनीतिक महत्‍व की सुरंग बनाए जाने का ऐतिहासिक फैसला तीन जून 2000 को लिया गया था, जब वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान के सम्‍मान स्‍वरूप रोहतांग दर्रे के नीचे बनी रणनीतिक महत्‍व की सुंरग का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला किया है। यह सुरंग 8.8 किलोमीटर लंबी है। यह 3000 मीटर की ऊंचाई पर बनाई गई दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है।

 

 

 

 

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