बिहार में चुनावी दंगल शुरू: जदयू और राजद के बीच छिड़ी “पोस्टर वार”

AJ डेस्क: बिहार में  इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए राज्य के प्रमुख राजनीतिक दलों पोस्टर वॉर के जरिए अपने अभियान की शुरुआत कर दी है। सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) इन दोनों पोस्टरों के जरिए एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं वहीं कांग्रेस भी इस पोस्टर वॉर में पीछे नहीं रहना चाहती है और उसने भी पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर निशाधा साधा है।

 

 

शुरुआत जेडीयू ने की

साल की शुरूआत में सबसे पहले जेडीयू लालू प्रसाद यादव की राजद पर हमला बोलते हुए पोस्टर जारी किया था जिसमें तस्वीरों के साथ लिखा था हिसाब लो, हिसाब दो और इसमें एक तरफ लालू प्रसाद यादव औऱ राबड़ी देवी की तस्वीर थी जिसमें 15 साल के उनके शासनकाल वाले बिहार की दयनीय हालत दिखाई गई है वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार की तस्वीर है जिसमें बिहार को प्रगति के पथ पर दिखाया गया है।

 

 

फिर आरजेडी ने दिया जवाब

जिसका जवाब राजद ने भी अपने पोस्टर से दिया। जेडीयू के इसे पोस्टर का जवाब राजद ने भी पोस्टर के जरिए दिया और ‘झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा’ नाम से लिखे गए इस पोस्टर में  इस वाक्य को नीति आयोग की ओर से प्रमाणित होने का दावा भी किया गया।

 

 

 

 

 

इसपर जेडीयू का पलटवार

अपने नवीनतम पोस्टर में, जेडी (यू) ने प्रगति और विकास के युग के रूप में नीतीश कुमार के 15 साल के शासन की सराहना की है। राजद ने कार्यकाल की तुलना जंगलराज से की है जो भ्रष्टाचार से भरा था। पोस्टरों में से एक में, बाईं ओर, लालू प्रसाद के कार्टून को खाद्य घोटाले में लिप्त होते हुए दिखाया गया है, जबकि दाईं तरफ बताया गया है कि नीतीश कुमार के शासन में गरीब बच्चों और किसानों का उत्थान हुआ है।

 

 

कांग्रेस भी उतरी मैदान में

आरजेडी और जेडीयू के इस पोस्टर वॉर में अब कांग्रेस भी कूद गई है। जहां आऱजेडी और जेडीयू एक दूसरे से 15-15 साल का हिसाब मांग रहे हैं वहीं कांग्रेस ने अपने पोस्टर में सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा है। इस पोस्टर में एक तरफ नीतीश कुमार, पीएम मोदी और अमित शाह को क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में दर्शाया गया है वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी, सोनिया गांधी और लालू यादव के साथ तेजस्वी यादव को भी क्रिकेटर के रूप में दर्शाया गया है। पोस्टर में लिखा है, ‘साल 2020 बात, 2020 चुनावी साल, नो टेस्ट मैच’ अगली लाइन में लिखा है, ‘मिट्टी में मिल जाएंगे भाजपा में ना जाएंगे कि बात कहने वाले दूसरे के मिट्टी और भूत की कहानी सुनाकर बिहार की जनता को खुद के वादों से ना भटकाएं।’

 

 

 

 

राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में यह दोनों दलों के बीच मुख्य मुकाबला होगा। फिलहाल जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन वाली सरकार है और दोनों दल का दावा है कि वो यह विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे।

 

 

 

 

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