नेता जी की 123 वीं जयंती: वाराणसी में RSS नेता करेंगे मंदिर का उद्घाटन
AJ डेस्क: यह नारा उस महान स्वतंत्रता सेनानी का है, जिन्होंने आजाद हिंद फोज का निर्माण कर आजादी की जंग छेड़ दी थी। हम बात कर रहे हैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की, जिनकी आज यानि 23 जनवरी को 123वीं जयंती है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के खास मौके पर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में उनके मंदिर का निर्माण कराया गया है, जिसका आज यानि गुरुवार का उद्घाटन होगा। यह मंदिर आजाद हिंद मार्ग पर सुभाष भवन में स्थित है। इसका उद्घाटन राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार करेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला और अन्य भाषाओं में ट्वीट किए। राष्ट्रपति ने लिखा, “नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयन्ती पर उन्हें मेरा नमन। वे हमारे सबसे लोकप्रिय राष्ट्रनायकों और स्वतंत्रता संग्राम के महानतम सेनानियों में से हैं। उनके कहने पर, लाखों भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और अपना सब कुछ बलिदान किया। उनकी वीरता और देशभक्ति हमें प्रेरणा देती रहेगी।”
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयन्ती पर उन्हें मेरा नमन। वे हमारे सबसे लोकप्रिय राष्ट्रनायकों और स्वतंत्रता संग्राम के महानतम सेनानियों में से हैं।
उनके कहने पर, लाखों भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और अपना सब कुछ बलिदान किया। उनकी वीरता और देशभक्ति हमें प्रेरणा देती रहेगी।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 23, 2020
वहीं नेताजी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें याद किया। एक वीडिया शेयर करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “अपनी बहादुरी और उपनिवेशवाद का विरोध करने में अमिट योगदान के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस का भारत हमेशा आभारी रहेगा। वो अपने साथी भारतीयों की प्रगति और भलाई के लिए उठ खड़े हुए थे।”
India will always remain grateful to Netaji Subhas Chandra Bose for his bravery and indelible contribution to resisting colonialism. He stood up for the progress and well-being of his fellow Indians. pic.twitter.com/otUlFanULs
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2020
इसके साथ ही पीएम ने नेताजी के पिता जी का एक लेटर शेयर करते हुए लिखा, “23 जनवरी 1897 को, जानकीनाथ बोस ने अपनी डायरी में लिखा, एक बेटे का जन्म दोपहर के समय हुआ। यह बेटा एक महान स्वतंत्रता सेनानी और विचारक बन गया, जिसने अपना जीवन एक महान कारण-भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया। मैं नेताजी बोस का उल्लेख करता हूं, जिन्हें हम आज उनकी जयंती पर गर्व से याद करते हैं।”
On 23rd January 1897, Janakinath Bose wrote in his diary, “A son was born at midday.”
This son became a valorous freedom fighter and thinker who devoted his life towards one great cause- India’s freedom.
I refer to Netaji Bose, who we proudly remember on his Jayanti today. pic.twitter.com/wp3UjudKJ4
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2020
वहीं सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस का शानदार सैंड आर्ट बनाकर उन्हें सैल्यूट किया है।
Remembering #NetajiSubhasChandraBose on his birthday anniversary. My students created SandArt at puri beach . pic.twitter.com/TMs9dVpaV1
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) January 22, 2020
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाए और TYPE करें analjyoti.com और LIKE का बटन दबाए…
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…