बोकारो में उच्च शिक्षा के लिए MIT डिस्टेंशन एजुकेशन का केंद्र खुला
AJ डेस्क: वर्ष 1990 से बोकारो में शिक्षा का अलख जगाते आ रहा शिक्षाविद डॉ. आर.एन. चौबे का परिवार एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जिससे न सिर्फ आम छात्रों बल्कि बीसीसीएल, सीसीएल, बीएसएल, ओएनजीसी इलेक्ट्रो स्टील सहित अन्य निजी संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए शिक्षा को लेकर एक बड़ी पहल शुरू कर चुका है। दरअसल शिक्षाविद स्व. डॉ. आरएन चौबे के पुत्र व ई.आर.टी. के प्रबंध ट्रस्टी हरेन्द्र नाथ चौबे यहाँ एमआईटी (MIT) डिस्टेंशन एजुकेशन के द्वारा विभिन्न विषयों में एमबीए की पढ़ाई का अवसर देने जा रहे है।
इस अवसर पर एमआईटी अध्यन केंद्र के प्रभारी हरेन्द्र चौबे ने बताया कि 1990 से पूर्व बोकारो में उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं था। तब वर्ष 1990 में बोकारो स्टील प्लांट के तत्कालीन प्रबंध निदेशक एमआर नायर एवं डॉ आरएन चौबे के अथक प्रयास से सेक्टर 3 B स्कूल भवन में इग्नू का अध्यन केंद्र खोला गया। जहां से अबतक 10 हजार से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने शिक्षा प्राप्त किया। लेकिन अब लोगों की रूचि प्रोफेशनल पढ़ाई की तरफ ज्यादा हो चला है। वैसे भी इग्नू में पढ़ने वाले छात्रों को अब ज्यादा परेशानी हो रही थी। समय पर छात्रों का परीक्षा फल नहीं निकल पता है। 3 साल के कोर्स में 6 साल से ज्यादा का समय लग जाता है। यहाँ से निकलने वाले छात्रों को कही नौकरी की सुविधा नहीं है।
उन्होंने कहा कि बोकारो शिक्षा के क्षेत्र में झारखण्ड में तीसरा स्थान रखता है। ऐसे में हम यहाँ के छात्रों को उसी दर्जे की शिक्षा देने जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस MIT से पास छात्रों को अब डिग्री के साथ साथ प्लेसमेंट की भी सुविधा विभिन्न ख्याति प्राप्त संस्थानों में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हमारे यहाँ SC/ST महिलाओं एवं बीएसएल में कार्यरत कर्मचारियों के लिए विशेष छूट की भी सुविधा दी जा रही है।
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