कम से कम अब इनसे तो सीखें “सोशल डिस्टेंसी”, देखें Video-

AJ डेस्क: “जब जानवर कोरोना वायरस के खतरे को समझ सोशल डिस्टेंसी अपना सकते है तो हम क्यों नहीं।” जी हां, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) के बीच बंदरों के समूह एक सामूह का यह दृश्य जिसने भी देखा उसके मुख से सहज से यह शब्द निकल आए। मामला पश्चिम बंगाल के आसनसोल का है। जहाँ बंदरों के एक समूह को बड़े ही अच्छी तरह सोशल डिस्टेंसी के नियम को अपनाते हुए देखा गया।

 

 

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जहा एक ओर इंशानो को सोशल डिस्टेंसी के मायने समझाने में सरकार और प्रशासन के पसीने छूट जा रहे है, वहीं दूसरी ओर बंदरों का एक समूह सोशल डाटेंसी का यह नियम बखूबी निभाता नजर आया। आसनसोल के एक मार्केट में सड़क किनारे एक निश्चित दूरी बना कर बैठे इन बंदरों को साफ़-साफ़ देखा जा सकता है। बताया जाता है कि देश में लॉक डाउन के बाद बंदरों का यह समूह खाने के तलाश में यहाँ रोज आ धमकाता है। इस दौरान यह बन्दर न तो किसी राहगीरों और न ही किसी दुकानदार को किसी भी तरह से परेशान नहीं करते है। इस दौरान यह बन्दर बड़े ही अदब के साथ एक दूसरे से एक निश्चित दूरी बना कर यहाँ बैठते हैं। इस दौरान कई दुकानदार और आम लोग इन्हें कुछ खाने को दे देते है। जिसे खाने के बाद बंदरों का यह झुंड चुप चाप यहाँ से निकल जाता है। लॉक डाउन के बाद रोजाना उसी समय बंदरों का यहाँ आना और इस दौरान सोशल डिस्टेंसी का बखूबी पालन करना लोगों को आष्चर्यचकित तो कर ही रहा है, लोगों को इस आपदा में सोशल डिस्टेंसी के प्रति जागरूक भी कर रहा है।

 

देखें Video-

 

 

 

बता दें कि पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी कोरोना के मरीजों की बढ़ती तादात को देखते हुए केंद्र सरकार ने 14 अप्रेल तक पूरे देश को संपूर्ण लॉक डाउन कर दिया है। ताकि लोगों का एक दूसरे से संपर्क कम हो सके और इस कोरोना के वायरस को हराया जा सके। इसमें सोशल डिस्टेंसी यानि एक दूसरे से एक निश्चित दूरी बनाए रखना कोरोना को मात देने का एक अहम हथियार बताया जा रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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