‘लालू’ या तो पेरोल पर छूटेंगे या उनके लिए विशेष कैम्प जेल बनेगा- हेमन्त सोरेन
AJ डेस्क: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव या तो पेरोल पर जेल से छूटेंगे या विशेष कैम्प में जाएंगे। झारखण्ड सरकार महाधिवक्ता से क़ानूनी राय ले रही है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद सुप्रीम कोर्ट ने जेल में भी बंदियों की भीड़ कम करने से सम्बंधित एक आदेश पारित किया था। उसमें प्रत्येक राज्य में कमिटी का गठन करने की बात कही गयी थी और विशेषज्ञों की यही कमिटी बंदियों को पेरोल पर छोड़ने का प्रस्ताव तैयार कर सकती है।
झारखण्ड में हेमन्त सोरेन की सरकार लालू प्रसाद को पैरोल पर छोड़ सकती है, इसका कयास लगाया जा रहा था। आज कैबिनेट की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। अंततः इस मुद्दे पर महाधिवक्ता से क़ानूनी राय मांगी गयी है।
इधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि माननीय लालू प्रसाद को कई केस में सजा मिल चुकी है और कई केस चल रहे हैं। लालू प्रसाद अभी जिस अस्पताल में हैं, वहीं कोरोना अस्पताल भी है। लालू प्रसाद अस्वस्थ भी चल रहे हैं और उनका उम्र भी ज्यादा हो गया है। उन्हें संक्रमण से बचाना भी जरूरी है। श्री सोरेन ने कहा कि महा धिवक्ता से कानून के हर पहलू पर राय ली जा रही है। लालू प्रसाद पैरोल पर छूट जाते हैं तो ठीक है अन्यथा उनके लिए सुरक्षित कैम्प जेल की व्यवस्था की जाएगी। यहां बता दें कि लालू प्रसाद यादव दिसम्बर 2017 से जेल में बन्द हैं। बीच में एक बार वह अपने बेटे की शादी में जेल से बाहर निकल पाए थे।
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