“अतिथि तुम कब जाओगे”: विवाह हो गया, बाराती एक महीने से जमे हैं, स्वागत में लड़की पक्ष हुआ बदहाल, क्यों?

AJ डेस्क: झारखण्ड के जमशेदपुर जिला स्थित सोनारी के परदेसी पाड़ा में शादी तो हुई लेकिन दुल्हन की विदाई नहीं हो पाई। लॉकडाउन के कारण बाराती भी एक महीने से फंसे हैं। जहां शिविर लगता है, वहीं बाराती लाइन में लग कर खाना खाते हैं। दुल्हन के पिता एक महीने से बरातियों की खातिरदारी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। उनके राशन-पानी के लिए सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता और व्यापारियों से मदद मांग रहे हैं। बारातियों को भेजने के लिए प्रशासन के पास भी गए लेकिन कोई हल नहीं निकला।

 

 

दरअसल हुआ यूं कि सोनारी के परदेसी पाड़ा में 19 मार्च को गणेश नाग की बेटी गुरबारी की शादी थी। ओडिशा के बलांगीर से 16 मार्च को बारात आई। जिसमें करीब 50 बाराती दूल्हे के साथ आए। रिसेप्शन 22 मार्च को था। शादी के बाद सभी 23 मार्च को वापस ओडिशा लौटने वाले थे। शादी से लेकर रिसेप्शन धूमधाम से हुआ। लेकिन दुल्हन की विदाई के पहले ही जनता कर्फ्यू, फिर संपूर्ण लॉकडाउन हो गया। जिससे दूल्हे के साथ तमाम बाराती यही फंस गए।

 

 

दूल्हा-दुल्हन की तास्विर

 

दुल्हन के पिता गणेश नाग ने बताया कि इतने बारातियों को एक-एक दिन खाना खिलाना मुश्किल हो रहा है। पिता के दर्द को देख दुल्हन गुरबारी और दूल्हा सुमित ने सरकार से अपील की है कि बारातियों को जाने की व्यवस्था करें।

 

 

दुल्हन के पिता गणेश बताया कि, ‘एक महीने से बारातियों की खातिरदारी के लिए जद्दोजहद कर रहा हूँ। पहले तो यहां-वहां से कर्ज लेकर कारीगर को रख खाना खिलाया, लेकिन अब वह भी संभव नहीं है। उनके ठहरने के लिए टेंट लगाया है, जहां सभी बाराती सोते हैं। अब एक एक दिन का राशन जुटाने में असमर्थ हूं। खाना पकाने के लिए गैस तक नहीं है।’

 

 

दूल्हे के पिता हरि भी मायूस दिखे उन्होंने कहा, ‘बारातियों में कमाने खाने वाले लोग भी हैं। कई लोग हैं जो मदद कर रहे हैं। गांव से जितने लोग पार्टी में आए थे सभी फंस गए, एक-एक दिन कर कैसे भी काट रहे हैं। ओडिशा सरकार को लिख कर दिया है, देखिए हम कब जा पाते हैं।’

 

 

 

 

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